पहली महिला CJI बनकर इतिहास रच सकती हैं ये जज, राष्ट्रपति ने SC के लिए अप्रूव किए 9 नाम

सुप्रीम कोर्ट में कुल 34 जजों की स्वीकृत संख्या है। इसमें अभी 24 जज कामकाज देख रहे हैं। 9 जजों के आने के बाद भी एक सीट खाली रहेगी। इनमें 3 महिला जज और साथ ही एक वरिष्ठ वकील शामिल है।

Newstrack :  Network
Published By :  Deepak Kumar
Update: 2021-08-26 11:38 GMT

जस्टिस बीवी नागरत्ना 2027 में पहली महिला सीजेआई बन सकती हैं। (Social Media)

सुप्रीम कोर्ट में कई खाली पड़े जजों के पदों पर भर्ती होने जा रही है. दरअसल सर्वोच्च न्यायालय में जल्द 9 नए जजों की नियुक्ति होगी। गौरतलब है कि चीफ जस्टिस एन वी रमना की अध्यक्षता वाले कॉलेजियम की तरफ से 18 अगस्त को भेजे गए सभी 9 नामों को केंद्र ने स्वीकृति दे दी है। इनमें 3 महिला जज और साथ ही एक वरिष्ठ वकील भी सीधे सुप्रीम कोर्ट में जज बनने जा रहे हैं।

केंद्र सरकार ने नामों को मंजूरी देते हुए उन फाइलों को अब राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के पास भेज दिया है. अब शुक्रवार तक औपचारिक ऐलान होने की उम्मीद है। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में जजों के कुल 34 पदों में से 33 इन नियुक्तियों के बाद भर जाएंगे।

मिल सकती है भारत को पहली महिला चीफ जस्टिस

कॉलेजियम की तरफ से भेजे गए नामों में शामिल इन जजों जस्टिस विक्रम नाथ, जस्टिस बी वी नागरत्ना और पी एस नरसिम्हा में से किसी का भारत के मुख्य न्यायाधीश बनने की संभावना हैं। फिहलाह सुप्रीम कोर्ट में अब तक कोई भी महिला चीफ जस्टिस नहीं है। माना जा रहा है सितंबर 2027 तक जस्टिस नागरत्ना के रूप में भारत को अपनी पहली महिला चीफ जस्टिस मिल सकती है।

कौन हैं जस्टिस बीवी नागरत्ना ?

जस्टिस बीवी नागरत्ना अभी कर्नाटक हाई कोर्ट की जज हैं। वकील के तौर पर 28 अक्टूबर, 1987 को इनका बेंगलुरु में रजिस्ट्रेशन हुआ। इन्होंने बेंगलुरु में ही वकालत शुरू की और कॉन्स्टीट्यूशनल लॉ, कॉमर्शियल लॉ, इंश्योरेंस लॉ जैसे विषयों में इनकी काफी पकड़ रही। 18 फरवरी, 2008 को यह कर्नाटक हाई कोर्ट में बतौर एडिश्नल जज नियुक्त हुईं और फिर 2 साल बाद यानी 17 फरवरी, 2010 को परमानेंट जज बन गईं। अगर केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी तो जस्टिस नागरत्ना 2027 में देश की पहली महिला मुख्य न्यायधीश बन सकती हैं। हालांकि, उनका यह कार्यकाल एक महीने से थोड़ा ज्यादा का होगा।

प्रस्तावित 9 जजों में 3 महिला जज शामिल

इन 9 नामों को कॉलेजियम द्वारा प्रस्तावित किया गया है उसमें तीन महिला जज हैं। जस्टिस बी वी नागरत्ना, जस्टिस हिमा कोहली और जस्टिस बेला त्रिवेदी के सुप्रीम कोर्ट आने के बाद यहां पहले से कार्यरत जस्टिस इंदिरा बनर्जी सहित चार महिला जज होंगी।

इन सभी नामों को केंद्र ने किया स्वीकार

इनमें जस्टिस विक्रम नाथ (गुजरात), जस्टिस एएस ओका (कर्नाटक), जस्टिस हिमा कोहली (तेलंगाना) और जस्टिस जेके माहेश्वरी (सिक्किम) शामिल हैं। वहीं, 4 उच्च न्यायालय के न्यायाधीश जस्टिस बीवी नागरत्ना (कर्नाटक), जस्टिस एमएम सुंदरेश (मद्रास), जस्टिस सीटी रविकुमार (केरल), बेला एम त्रिवेदी (गुजरात), और वरिष्ठ वकील और पूर्व ASG पीएस नरसिम्हा का नाम है।

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