Teeno Krishi Kanoon Wapas: कृषि बिलों की वापसी पर विपक्ष राजनीति चमकाने पर जुटा
Teeno Krishi Kanoon Wapas: तीनों कृषि बिल की वापसी पर विपक्षी दलों ने अपनी राजनीति शुरू कर दी है।
Teeno Krishi Kanoon Wapas: देश में आज सुबह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Modi) के तीनों कृषि बिल की वापसी (teeno krishi kanoon wapas) पर विपक्षी दलों ने अपनी राजनीति चमका शुरू कर दी है। विपक्ष का कहना है कि यह किसानों की बड़ी जीत है। यह पहला मौका है जब किसी कानून को आंदोलन के कारण वापस लिया गया हो।
कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने ट्वीट (Rahul Gandhi ka Tweet) के माध्यम से कहा कि देश के अन्नदाता ने सत्याग्रह से अहंकार का सर झुका दिया। अन्याय के खिलाफ ये जीत मुबारक हो। जय हिंद जय हिंद किसान। उन्होंने अपना वह पुराना ट्वीट भी साझा किया जिसमें वह किसानो का समर्थन करते हुए दिख रहे हैं।
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला (Randeep Surjewala) ने कहा कि अगर अध्यादेश से ईडी और सीबीआई डायरेक्टर का समय बढाने के लिए अध्यादेश ला सकते हैं तो फिर किसानों को लेकर अध्यादेश क्यों नहीं ला सकते हैं। संसद सत्र का इंतजार क्यों।
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह (Amarinder Singh ne jatai khushi) ने इस पर अपनी खुशी जताते हुए कहा कि 'बढ़िया खबर! गुरु नानक जयंती (Guru Nanak Jayanti) के पवित्र अवसर पर हर पंजाबी की मांग मानकर तीनों काले कृषि कानूनों को रद्द करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी का धन्यवाद। मुझे विश्वास है कि केन्द्र सरकार कृषि के विकास के लिए मिलकर काम करती रहेगी।
कृषि कानूनों को रद्द करने पर अखिलेश यादव का बयान (Akhilesh yadav ka bayan)
वहीं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि अमीरों की भाजपा ने भूमि अधिग्रहण व काले कानूनों से गरीबों किसानों को ठगना चाहा। कील लगाई,बाल खींचते कार्टून बनाए जीप चढ़ाई लेकिन सपा की पूर्वांचल की यात्रा के जनसमर्थन से डरकर काले कानून वापस ले ही लिए। उन्होंने सवाल उठाया कि भाजपा बताए सैकडों किसानों की मौत के दोषियों को सजा कब मिलेगी?
बसपा सुप्रीमों मायावती ने इस मामले में इसे किसानों की बडी जीत बताते हुए कहा कि केन्द्र सरकार एमएसपी कानून बनाने और आंदोलन में मारे गए किसानों को उचित मुआवजा राशि देने का काम करें।