Lakhimpur kheri Violence: राहुल-प्रियंका समेत सात कांग्रेस नेताओं ने की राष्ट्रपति से मुलाकात, गृह राज्य मंत्री को हटाने की मांग
Lakhimpur kheri Violence: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी महासचिव व उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी समेत सात सदस्यीय कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को इस मामले को लेकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की।
Lakhimpur kheri Violence: लखीमपुर खीरी कांड को लेकर कांग्रेस (congress) ने लगातार हमलावर रुख अपना रखा है। इस मामले में राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) की सक्रियता से भाजपा की मुश्किलें (BJP ki badhi mushkile) कम होती नहीं दिख रही हैं। प्रियंका ने मंगलवार को तिकुनिया बवाल (tikunia bawal) में मारे गए चार किसानों और एक पत्रकार (4 farmers 1 journalist died) की अंतिम अरदास और श्रद्धांजलि सभा में हिस्सा लिया था । अब कांग्रेस ने तिकुनिया कांड को लेकर दिल्ली में भी मोर्चा खोल दिया है (dilli me morcha)। इस मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी (Ajay Mishra Teni) के बेटे आशीष मिश्रा (Ashish Mishra) की संलिप्तता के दावे से सियासी माहौल गरमाया हुआ है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी महासचिव व उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी समेत सात सदस्यीय कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को इस मामले को लेकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की (Rahul Gandhi Priyanka Gandhi ne Raashtrapati se ki mulakat) । राहुल गांधी की अगुवाई में पहुंचे कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति से केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी को पद से हटाने की मांग की (Ajay Mishra Teni ko htane ki mang) । कांग्रेस नेताओं की ओर से राष्ट्रपति को लखीमपुर खीरी हिंसा से जुड़े तथ्य और ज्ञापन भी सौंपा गया (congress ne saupa gyaapan )।
गृह राज्य मंत्री को हटाए बिना न्याय नहीं
राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद राहुल गांधी ने कहा कि लखीमपुर खीरी के पीड़ित परिवारों की मांग है कि उनके बेटे की हत्या करने वाले को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हत्या की इस घटना में शामिल व्यक्ति (आशीष मिश्रा) के पिता देश के गृह राज्यमंत्री हैं। जब तक अजय मिश्रा को गृह राज्य मंत्री के पद से नहीं हटाया जाता तब तक न्याय की उम्मीद करना बेमानी होगा। राहुल गांधी ने कहा कि हमने इन बातों से राष्ट्रपति को अवगत कराया है और अजय मिश्रा को पद से हटाने की मांग की है।
राष्ट्रपति से मुलाकात करने वाले कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल में राहुल और प्रियंका के अलावा पार्टी के वरिष्ठ नेता एके एंटनी , गुलाम नबी आजाद, मलिकार्जुन खड़गे, केसी वेणुगोपाल और अधीर रंजन चौधरी शामिल थे।
कांग्रेस ने रखीं दो मांगें (Congress ki mang)
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि पार्टी की ओर से राष्ट्रपति को लखीमपुर खीरी के पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी गई है। पार्टी की ओर से राष्ट्रपति के समक्ष दो मुख्य मांगे रखी गई हैं। हमारी पहली मांग यह है कि इस पूरे मामले की सिटिंग जज से निष्पक्ष जांच कराई जानी चाहिए ताकि दोषियों का चेहरा उजागर हो सके। कांग्रेस की दूसरी मांग यह है कि अजय मिश्रा या तो गृह राज्यमंत्री के पद से इस्तीफा दें और उनके ऐसा न करने पर उन्हें पद से बर्खास्त कर दिया जाना चाहिए। अजय मिश्रा को पद से हटाने पर ही पीड़ित परिवारों को न्याय मिलने की उम्मीद की जा सकती है।
लखीमपुर कांड को लेकर कांग्रेस हमलावर
लखीमपुर खीरी कांड को लेकर कांग्रेस दूसरे विपक्षी दलों पर लीड लेती दिख रही है। लखीमपुर खीरी कांड की जानकारी मिलने के बाद प्रियंका गांधी ने सबसे पहले लखीमपुर के लिए कूच किया था। हालांकि उन्हें सीतापुर में हिरासत में ले लिया गया था और उनके लखीमपुर खीरी जाने की जिद पर अड़े रहने के कारण बाद में उन्हें गिरफ्तार कर दिया गया था। बाद में सरकार की ओर से इजाजत मिलने के बाद प्रियंका गांधी ने लखीमपुर खीरी पहुंचकर पीड़ित परिजनों से मुलाकात कर ढांढस बंधाया था।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी इस मामले में मोर्चा संभाला था। प्रियंका गांधी के साथ में भी लखीमपुर खीरी पहुंचे थे। उनके साथ छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने भी किसानों के साथ एकजुटता दिखाई थी। कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के दबाव के कारण ही अब इस मामले की जांच पड़ताल में तेजी आई है और गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आशीष मिश्रा को रिमांड पर लिया है।
मंत्री के खिलाफ कार्रवाई का दबाव बढ़ा (mantri ke khilaf karvaai)
तिकुनिया कांड में मारे गए चार किसानों और एक पत्रकार की अंतिम अरदास के कार्यक्रम में मंगलवार को भारी भीड़ जुटी। इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों से हजारों किसान लखीमपुर खीरी पहुंचे। कांग्रेस महासचिव और उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी ने भी अरदास कार्यक्रम (Ardas) में हिस्सा लिया। इस मौके पर किसान संगठनों के नेताओं ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त करके उनकी गिरफ्तारी की मांग भी की।
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने चेतावनी दी है कि यदि मोदी सरकार (modi government) और योगी सरकार (yogi government) की ओर से यह कदम नहीं उठाया गया तो देश भर में आंदोलन किया जाएगा। इस मामले में किसान संगठनों और कांग्रेस के कड़े तेवर के कारण भाजपा की मुश्किल नहीं है लगातार बढ़ती जा रही हैं। कांग्रेस ने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री के खिलाफ कार्रवाई का दबाव बढ़ा दिया है। दूसरी ओर भाजपा इस मामले में निष्पक्ष कार्रवाई की बात कहकर बचाव की मुद्रा में दिख रही है।