Loudspeaker Row: अब दिल्ली में लाउडस्पीकर हटाने की गूंज, केजरीवाल सरकार को घेरने में जुटी भाजपा
Loudspeaker Row: लाउडस्पीकर हटाने को लेकर अभी तक मुख्यमंत्री केजरीवाल और आम आदमी पार्टी की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं जताई गई है।
Loudspeaker Row: महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश के बाद अब धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर (loudspeaker) उतरवाने की मांग दिल्ली (Delhi) में भी तेजी पकड़ने लगी है। भारतीय जनता पार्टी इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को घेरने में जुट गई है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता (Adesh Gupta) ने इस बाबत केजरीवाल को चिट्ठी लिखी है और उनसे मांग की है कि धार्मिक स्थलों में लाउडस्पीकर के संबंध में सुप्रीम कोर्ट की ओर से जारी गाइडलाइंस का पालन सुनिश्चित किया जाए। अपने पत्र में उन्होंने लाउडस्पीकरों के जरिए आम लोगों को होने वाली परेशानी का मुद्दा भी उठाया है।
अभी तक इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री केजरीवाल और आम आदमी पार्टी की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं जताई गई है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में भाजपा इस मुद्दे को लेकर केजरीवाल सरकार पर दबाव बढ़ाएगी।
भाजपा ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का दिया हवाला
महाराज की सियासत में इन दिनों मस्जिदों से लाउडस्पीकर उतरवाने का मुद्दा खूब गरमाया हुआ है। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे ने इसे लेकर राज्य की उद्धव सरकार को अल्टीमेटम दे रखा है। उन्होंने इसके लिए 3 मई की तारीख तय की थी मगर आज ईद होने के कारण उन्होंने अपना कार्यक्रम स्थगित करते हुए भावी कार्यक्रम का जल्द ऐलान करने की बात कही है। इसे लेकर महाराष्ट्र में सियासी खींचतान तेज हो गई है।
अब इस मामले की गूंज दिल्ली में भी सुनी जा रही है। दिल्ली भाजपा के प्रमुख आदेश गुप्ता ने यह मुद्दा उठाते हुए केजरीवाल सरकार से आम लोगों की दिक्कतों पर गौर फरमाने का अनुरोध किया है। उन्होंने कहा कि इस बाबत देश की शीर्ष अदालत के आदेश का अनुपालन किया जाना चाहिए और सभी धार्मिक और अन्य स्थलों से लाउडस्पीकर हटाए जाने चाहिए।
उन्होंने आम लोगों को होने वाली दिक्कतों का जिक्र करते हुए कहा कि इससे पढ़ाई करने वाले बच्चों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इसके साथ ही मरीजों, बुजुर्गों और ऑफिस में काम करने वाले लोगों को भी दिक्कतें झेलनी पड़ती है। उन्होंने कहा कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार को इस दिशा में जल्द ही कदम उठाने चाहिए ताकि आम लोगों की समस्याओं का अंत हो सके।
सियासी खींचतान तेज होने की आशंका
भाजपा प्रमुख की ओर से लिखी गई चिट्ठी में किसी समय सीमा का जिक्र तो नहीं किया गया है मगर माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में पार्टी से लेकर केजरीवाल सरकार पर दबाव बनाएगी। केजरीवाल सरकार की ओर से अभी तक इस मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट नहीं किया गया है मगर सियासी जानकारों के मुताबिक इस मुद्दे पर भाजपा और आप में सियासी वार-पलटवार का दौर शुरू हो सकता है।
सुप्रीम कोर्ट की ओर से 2015 में जारी दिशानिर्देशों के मुताबिक रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक लाउडस्पीकरों के इस्तेमाल पर रोक लगाई गई थी। हालांकि आपात स्थितियों में इस्तेमाल की बात भी कही गई थी। अब भाजपा ने सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों का सहारा लेते हुए ही केजरीवाल सरकार को घेरने का प्रयास किया है।
केजरीवाल सरकार को घेरने की तैयारी
उत्तर प्रदेश में भी योगी सरकार के आदेश के बाद हजारों मस्जिदों से लाउडस्पीकर या तो उतारे जा चुके हैं या उनकी आवाज कम कर दी गई है। महाराष्ट्र में भी इन दिनों यह मामला सियासी रूप से गरमाया हुआ है। मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने मस्जिदों से लाउडस्पीकर न उतारे जाने पर दोगुनी आवाज में हनुमान चालीसा का पाठ करने का अल्टीमेटम दे रखा है। दिल्ली में भी इसे लेकर विवाद गहराने की आशंका जताई जा रही है। भाजपा इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाकर राज्य की केजरीवाल सरकार को घेरने में जुट गई है।