The Kashmir Files प्रोपेगेंडा नहीं, कश्मीरी पंडितों के अत्याचार का मैं हूं चश्मदीद: मुरली मनोहर जोशी
The Kashmir Files : मुरली मनोहर जोशी ने कहा, 'जब वैसे हालात बने थे तब हम यह भी सोचते थे कि सरकार उन्हें बचाने के लिए क्या कर रही है?;
मुरली मनोहर जोशी (फाइल फोटो)
The Kashmir Files : 'द कश्मीर फाइल्स' फिल्म को रिलीज हुए महीना भर होने को है, लेकिन इसके पक्ष और विपक्ष में बयानों का सिलसिला जारी है। इसी कड़ी में नया नाम जुड़ा है भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी (Murli Manohar Joshi) का। बीजेपी के पूर्व केंद्रीय मंत्री ने इस फिल्म के जरिए प्रोपेगेंडा के आरोपों पर विपक्ष की जमकर खिंचाई की है।
एक समाचार एजेंसी से बातचीत में बीजेपी के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी ने तर्कपूर्ण और जोर देकर कहा, कि कई राजनीतिक दल जो फिलहाल विपक्ष में हैं, उन्होंने 1990 में कश्मीरी पंडितों के साथ हुए अत्याचार के खिलाफ आवाज नहीं उठाई। न वो तब बोले न अब। कश्मीरी पंडितों को जिनकी वजह से मजबूर होकर घाटी से पलायन करना पड़ा उनकी निंदा तक नहीं की।
'मैं कश्मीर हिंसा का चश्मदीद गवाह हूं'
अपनी बातों को आगे बढ़ाते हुए मुरली मनोहर जोशी कहते हैं, 'मैं कश्मीर हिंसा (Kashmir Violence) का चश्मदीद गवाह रहा हूं। मैं प्रत्यक्षदर्शी रहा हूं, जब कश्मीरी पंडितों के साथ क्रूरता और अत्याचार हुआ था।' बातचीत में मुरली मनोहर जोशी अतीत को याद करते हुए कहते हैं, 'मैं मध्य प्रदेश के नेताओं केदारनाथ साहनी और आरिफ बेग के साथ कश्मीर गया था। तब हमने कश्मीर की उस वक्त के हालात पर एक रिपोर्ट तैयार की थी। जिसे पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को भेजा था।'
हालांकि, उस समय की सरकार पर स्थिति को हल करने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए मुरली मनोहर जोशी कहते हैं उनकी टीम ने कश्मीर में हिंसा के शिकार होने वाले कई पंडितों और उनके परिवारों से मुलाकात भी की थी।
..तब हम भी सोचते थे, क्या कर रही सरकार
मुरली मनोहर जोशी ने कहा, 'जब वैसे हालात बने थे तब हम यह भी सोचते थे कि सरकार उन्हें बचाने के लिए क्या कर रही है? लेकिन, यह सरासर गलत है कि लोग 'द कश्मीर फाइल्स' फिल्म के जरिए बीजेपी पर प्रोपेगेंडा फैलाने का आरोप लगा रहे।'
सोहराबजी के समय नरसंहार को क्यों नहीं दिखाते?
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने आगे जोर देते हुए कहा, 'लोग अभी भी ऐतिहासिक घटनाओं से अनभिज्ञ रहना पसंद करते हैं। इससे अतीत का निष्पक्ष ज्ञान होता है।' बीजेपी नेता आगे कहते हैं, 'सोहराबजी के समय में हुए नरसंहार को जनता को क्यों नहीं दिखाया जाता? हिटलर ने जर्मनी में जो किया उसे भी जनता को नहीं दिखाया गया। यूक्रेन संकट जनता के सामने रखा जा रहा है। ऐसी घटनाएं हर दिन होती हैं।' जोशी बोले, लोगों को इस तरह की ऐतिहासिक घटनाओं से सबक लेकर भविष्य में न दोहराने का प्रण लेना चाहिए।'
उल्लेखनीय है, कि 'द कश्मीर फाइल्स' फिल्म का निर्देशन विवेक रंजन अग्निहोत्री ने किया है। इस फिल्म के निर्माण में 20 करोड़ रुपए की लागत आई थी। 'द कश्मीर फाइल्स' छोटे बजट की फिल्म है। इसे पिछले महीने 11 मार्च को रिलीज किया गया था। यह फिल्म साल 1990 में कश्मीरी पंडितों पर हुए क्रूरतम अत्याचार और घाटी से उनके पलायन पर आधारित है।