युवाओं, महिलाओं, किसानों और खिलाड़ियों पर पीएम का फोकस, 75वें स्वतंत्रता दिवस पर कई बड़े एलान
Narendra Modi Independence Day Speech In Hindi: संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री का विशेष फोकस युवाओं, महिलाओं, किसानों और खिलाड़ियों पर रहा। प्रधानमंत्री ने युवाओं को रोजगार मुहैया कराने के लिए सौ लाख करोड़ की गति शक्ति योजना शुरू करने की बड़ी घोषणा की।
Narendra Modi Independence Day Speech In Hindi : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को 75वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लालकिले की प्राचीर से लगातार आठवीं बार देश को संबोधित किया। करीब 90 मिनट के भाषण के दौरान प्रधानमंत्री पूरे आत्मविश्वास से लबरेज दिखे और उन्होंने कई बड़े एलान किए। संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री का विशेष फोकस युवाओं, महिलाओं, किसानों और खिलाड़ियों पर रहा। प्रधानमंत्री ने युवाओं को रोजगार मुहैया कराने के लिए सौ लाख करोड़ की गति शक्ति योजना शुरू करने की बड़ी घोषणा की। उन्होंने देश भर के सैनिक स्कूलों के दरवाजे बेटियों के लिए भी खोल देने का बड़ा एलान किया। उन्होंने देशभर में आवागमन की सुविधा बढ़ाने के लिए 75 वंदेभारत ट्रेनों की शुरुआत भी किए जाने की घोषणा की।
प्रधानमंत्री ने 80 फीसदी छोटे किसानों का जिक्र करते हुए कहा कि आने वाले वर्षों में सरकार का फोकस छोटे किसानों की सामूहिक शक्ति बढ़ाने पर होगा। प्रधानमंत्री ने ओलंपिक में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों के सम्मान में तालियां बजवाने के साथ ही एयर स्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक का जिक्र करते हुए दुश्मनों को कड़ा संदेश देने की भी कोशिश की। प्रधानमंत्री ने कहा कि सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास के साथ ही अब सबका प्रयास ही हमारे लक्ष्यों की प्राप्ति में मददगार बनेगा।
खिलाड़ियों ने युवा पीढ़ी को प्रेरित किया
प्रधानमंत्री ने टोक्यो ओलंपिक में इस बार भारत के उल्लेखनीय प्रदर्शन का जिक्र करते हुए कहा कि हमारे खिलाड़ियों ने देश का नाम रोशन करने के साथ ही हमें गर्व महसूस करने का मौका दिया है। उन्होंने स्वतंत्रता दिवस समारोह में मौजूद खिलाड़ियों के सम्मान में तालियां भी बजवाईं। उन्होंने कहा कि देश के कोने-कोने में मौजूद लोगों को हमारे इन खिलाड़ियों के सम्मान में तालियां बजानी चाहिए क्योंकि इन्होंने पूरी दुनिया में देश का सिर ऊंचा किया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि टोक्यो ओलंपिक में पदक जीतकर इन खिलाड़ियों ने देश का सम्मान बढ़ाने के साथ ही हमारी आने वाली युवा पीढ़ी को भी प्रेरित किया है। उन्होंने देश की नई शिक्षा नीति में खेलों को बढ़ावा देने का जिक्र करते हुए कहा कि हम खेलों को भी युवाओं के विकास का माध्यम बनाना चाहते हैं।
गति शक्ति योजना बदलेगी युवाओं की किस्मत
प्रधानमंत्री के संबोधन की सबसे महत्वपूर्ण बात सौ लाख करोड़ रुपए की गति शक्ति योजना का एलान रही। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से जल्द ही देशवासियों के समक्ष गति शक्ति योजना का मास्टर प्लान रखा जाएगा। यह देश के लिए एक बहुत बड़ी महत्वाकांक्षी योजना साबित होगी क्योंकि इसके जरिए लाखों नौजवानों को रोजगार मुहैया कराया जाएगा।
इस योजना से देश की अर्थव्यवस्था को गति मिलने के साथ ही नेशनल इन्फ्रास्ट्रक्चर को भी मजबूती मिलेगी। इस योजना के जरिए विकास के मार्ग में बाधक बनने वाली सारी कठिनाइयों को खत्म किया जाएगा। देश के लोगों के ट्रेवल टाइम में कमी आएगी और इसके साथ ही उत्पादकों को भी भारी मदद मिलेगी। हालांकि प्रधानमंत्री ने अभी इस योजना के मुख्य बिंदुओं का खुलासा नहीं किया है मगर माना जा रहा है कि सरकार की ओर से जल्द ही इसका पूरा खाका पेश किया जाएगा।
बेटियों के लिए खोले सैनिक स्कूलों के दरवाजे
प्रधानमंत्री ने देश के विकास में बेटियों के योगदान की चर्चा करते हुए कहा कि आज कोई क्षेत्र ऐसा नहीं है जहां हमारी बेटियां बढ़-चढ़कर अपना प्रभाव नहीं दिखा रही हैं। उन्होंने महिलाओं और बेटियों को सम्मान देने के लिए शासन-प्रशासन, पुलिस और नागरिकों से भी अपनी जिम्मेदारी पूरी करने की अपील की।
प्रधानमंत्री ने देश भर के सैनिक की स्कूलों के दरवाजे बेटियों के लिए खोल देने का भी महत्वपूर्ण एलान किया। उन्होंने कहा कि मुझे काफी दिनों से देशभर की बेटियों की ओर से इस बाबत अनुरोध मिल रहे थे और अब उनके अनुरोध को पूरा करने का समय आ गया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि मिजोरम के सैनिक स्कूल में बेटियों को प्रवेश देने का प्रयोग सफल होने के बाद अब सरकार ने देश भर के सैनिक स्कूलों में बेटियों को भी प्रवेश देने का फैसला किया है।
ग्रामीण महिलाओं के लिए ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म
प्रधानमंत्री ने ग्रामीण महिलाओं का जिक्र करते हुए कहा कि सेल्फ हेल्प ग्रुप से जुड़ी हमारी करोड़ों बहनें एक से बढ़कर एक उत्पाद बनाने में माहिर हैं। ग्रामीण महिलाओं के इन उत्पादों को बड़ा बाजार मुहैया कराने के लिए सरकार की ओर से जल्द ही ई-कॉमर्स प्लेटफार्म तैयार किया जाएगा। इस प्लेटफार्म के जरिए इन महिलाओं के उत्पाद देश के विभिन्न हिस्सों में ही नहीं बल्कि विदेशी बाजार तक भी पहुंचेंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र की असली भावना यही है कि हमें सभी के सामर्थ्य को उचित अवसर और प्लेटफार्म प्रदान करना होगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें सरकारी योजनाओं की गति बढ़ाने में कामयाबी मिली है। पहले की तुलना में योजनाओं में तेजी तो आई है मगर बात यही पूरी नहीं हो जाती क्योंकि अभी हमें पूर्णता हासिल करनी है।
अब छोटे किसानों पर होगा सरकार का फोकस
प्रधानमंत्री ने कहा कि यदि हम ग्रामीण इलाकों के किसानों को देखें तो किसानों की जमीन लगातार छोटी होती जा रही है। देश में 80 फ़ीसदी किसान ऐसे हैं जिनके पास 2 हेक्टेयर से भी कम जमीन है। सरकार की योजना इन छोटे किसानों को आगे बढ़ाने की है। देश में किसानों के लिए बनाई गई नीतियों में छोटे किसानों पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया गया मगर आने वाले दिनों में हमारा फोकस इन छोटे किसानों पर होगा।
पीएम मोदी ने कहा कि हमारा सपना इन छोटे किसानों को देश की शान बनाना है और आने वाले दिनों में सरकार इन छोटे किसानों की शक्ति बढ़ाने पर जोर देगी। उन्होंने छोटे किसानों को नई सुविधाएं मुहैया कराने का भी संकेत दिया।
75 सप्ताह में 75 वंदेभारत ट्रेनों की शुरुआत
प्रधानमंत्री के संबोधन का एक महत्वपूर्ण एलान देश के कोने-कोने से 75 वंदेभारत ट्रेनों की शुरुआत का रहा। उन्होंने कहा कि यह देश की आजादी का 75 मवां वर्ष है और इस सिलसिले में अमृत महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। अमृत महोत्सव के 75 सप्ताह के दौरान देश के हर कोने के लोगों को जोड़ने के लिए 75 वंदेभारत ट्रेनों की शुरुआत की जाएगी।
इन ट्रेनों की शुरुआत होने से लोगों को आवागमन में काफी सुविधा होगी। उन्होंने देश के विभिन्न हिस्सों में बनाए जा रहे नए हवाई अड्डों का भी जिक्र किया और कहा कि इसके जरिए हमें दूरदराज के इलाकों को भी एक-दूसरे के साथ जोड़ने में मदद मिली है।
गरीबों को पोषण युक्त चावल
प्रधानमंत्री ने गरीब बच्चों में कुपोषण पर गहरी चिंता भी जताई। उन्होंने कहा कि कुपोषण और पौष्टिक पदार्थों की कमी से भी विकास का मार्ग बाधित होता है और इसीलिए सरकार ने बड़ा कदम उठाते हुए गरीबों को पोषण युक्त चावल मुहैया कराने का फैसला किया है।
प्रधानमंत्री ने देश के बंटवारे के दर्द का जिक्र करते हुए कहा कि देशवासियों के दिलों को आज भी वह दर्द छलनी करता है। इसीलिए हमने 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाने का फैसला किया है। प्रधानमंत्री ने उम्मीद जताई कि आजादी के अमृत महोत्सव का यह वर्ष पूरे देश के लोगों में नई ऊर्जा, नवचेतना और नई आशा का संचार करने में कामयाब होगा।
आत्मविश्वास से भरपूर दिखे प्रधानमंत्री
अपने 90 मिनट के भाषण के दौरान प्रधानमंत्री आत्मविश्वास से पूरी तरह भरपूर दिखे। उन्होंने अपनी उपलब्धियों का ब्योरा देने के साथ ही अपनी भावी योजनाओं का खाका भी पेश किया। हर बार लालकिले पर अलग तरह की पगड़ी में नजर आने वाले पीएम मोदी इस बार केसरिया पगड़ी में लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करने के लिए पहुंचे थे।
देश को संबोधित करने के बाद प्रधानमंत्री लालकिले पर विशेष रूप से आमंत्रित किए गए ओलंपिक खेलों के खिलाड़ियों और बच्चों के बीच गए और सबका अभिवादन स्वीकार किया। कोरोना गाइडलाइन के कारण सभी लोगों ने अपने स्थानों पर बैठकर ही प्रधानमंत्री को अभिवादन किया। कोरोना महामारी की वजह से इस बार कम लोगों को ही इस आयोजन में हिस्सा लेने का मौका मिल सका।