NIA Raid: ISIS के सोशल मीडिया जाल में फंसे युवा, एनआईए ने किया भंडाफोड़

NIA Raid: भारत में ISIS ने कदम जमाने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लेना शुरू कर दिया है, हाल ही में NIA की छापेमारी में देश के अलग-अलग शहरों से ISIS से जुड़े युवाओ को गिरफ्तार किया गया.

Newstrack :  Network
Published By :  Yogi Yogesh Mishra
Update: 2021-08-14 10:48 GMT

NIA Raid: भारत में युवाओ को सोशल मीडिया के जरिये भड़का रहा ISIS (photo social media)

NIA Raid: आईएसआईएस (ISIS) मॉड्यूल के जाल में लगातार युवा फंसते चले जा रहे हैं। भारत में आतंकी संगठन ISIS भले ही अपने पैर पसारने में अब तक कामयाब ना हो पाया हो लेकिन वह खुद को सक्रिय करने में लंबे समय से लगा हुआ है। हाल ही में नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने बेंगलुरु, कश्मीर और मंगलोर की अलग-अलग पांच जगहों पर रेड की जिसमें तमाम ISIS से जुड़े लोग गिरफ्तार किए गए। जिनका पूरी तरह से ब्रेनवाश किया जा चुका था। वही एनआईए द्वारा गिरफ्तार लोगों में शामिल मदेश शंकर उर्फ अली मवैया भी था। मदेश बेंगलुरु का रहने वाला है जो 2 साल पहले आईएसआईएस के सोशल मीडिया ग्रुप के साथ जुड़ा था। उसके बाद केरल और जम्मू-कश्मीर में बैठे दूसरे आईएसआईएस मॉड्यूल के लोगों ने मदेश का पूरी तरह से ब्रेनवाश कर दिया था। मदेश आतंकियों की बातों में ऐसा फंसा की वह कहीं भी जाकर आतंकी घटना को अंजाम देने के लिए पूरी तरह से तैयार था।

जांच करते NIA के अधिकारी  (photo social media)

कैसे मदेश हुआ गिरफ्तार

जानकारी के अनुसार मिलट्री इंटेलिजेंस की टीम ने मदेश शंकर को एक टेलीग्राम चैनल पर स्पॉट किया जिसका नाम "See you in Palma" था। बताते चलें यह आईएसआईएस का एक इंटरनेशनल टेलीग्राम चैनल था। जिसमें देश और विदेश के कई आतंकवादी जुड़े हुए थे। इस चैनल को बनाने का मकसद अफ्रीका में हुए घटनाक्रम के बारे में याद दिलाना था जिस का कोड वर्ड "Palma" रखा गया था।

क्या है Palma कोड का राज़

जानकारी के अनुसार मार्च 2021 में आईएसआईएस के आतंकियों ने अफ्रीका में चार लोगों की गला काटकर हत्या कर दी थी, और इसी घटना के बारे में सोशल मीडिया पर "See you in Palma" नाम का पेज बनाकर प्रोपेगेंडा भी चलाया था। और इसके जरिए कई युवाओं को आईएसआईएस के संग जोड़ कर उनका ब्रेनवाश किया गया। खबर है कि मदेश आईएसआईएस मॉड्यूल से जुड़ा हुआ है। साथ ही साथ देश के कई अलग-अलग शहरों के नौजवान भी जुड़े हैं। दर्जनों को तो सुरक्षा एजेंसियों ने गिरफ्तार कर लिया लेकिन अभी काफी बड़ी तादाद में आईएसआईएस के संग जुड़े युवा फरार चल रहे हैं। जो अपने फर्जी नाम और कोड नेम के जरिए सोशल मीडिया ऐप पर एक्टिव है और आईएसआईएस का प्रोपेगेंडा फैला रहे हैं।

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