ऑक्सीजन किल्लत पर स्वास्थ्य मंत्री लोकसभा में बोले- सिर्फ पंजाब में चार लोगों की जान जाने की मिली जानकारी

संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान शुक्रवार को लोकसभा (Lok Sabha) में ऑक्सीजन (Oxygen) की किल्लत और कोरोना (COVID-19) के मुद्दे पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने अपनी बात रखी।

Update: 2021-12-03 09:16 GMT

Winter Session of Parliament : संसद के शीतकालीन सत्र (Winter Session of Parliament) के दौरान शुक्रवार (03 दिसंबर 2021) को लोकसभा (Lok Sabha) में ऑक्सीजन (Oxygen) की किल्लत और कोरोना (COVID-19) के मुद्दे पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया (Health Minister Mansukh Mandaviya) ने अपनी बात रखी। उन्होंने कहा, कि 'राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की सड़कों पर ऑक्सीजन टैंकर घूमते रहे, लेकिन उसे खाली करने की जगह ही नहीं थी।' स्वास्थ्य मंत्री बोले, 'प्रधानमंत्री मोदी ((Narendra Modi) ने मुख्यमंत्रियों (Chief Ministers) के साथ बैठक में बार-बार कहा, कि 'इसमें छिपाने जैसी कोई बात नहीं है। कोरोना से जो मौत हुई है उसका डाटा दें।'   

स्वास्थ्य मंत्री ने आगे कहा, कि 'इस मुद्दे पर खूब राजनीति हुई। ऑक्सीजन के मुद्दे और मौतों के मुद्दे पर जमकर राजनीति की गई। प्रधानमंत्री लगातार यह कहते रहे, कि मौतों का आंकड़ा छुपाने की जरूरत नहीं है। हालांकि, कुछ राज्यों ने जरूरत के हिसाब से और कहीं-कहीं ज्यादा ऑक्सीजन की मांग भी की।'

19 राज्यों ने अपना डाटा भेजा

बता दें, कि आज संसद के शीतकालीन सत्र का पांचवां दिन है। आज स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने लोकसभा में कहा, कि 'राज्य सरकारों को पत्र लिखकर इस पर जवाब मांगा गया था। जिसमें 19 राज्यों ने अपना डाटा  भेजा। केवल पंजाब ने ऑक्सीजन की कमी के कारण चार संदिग्ध की मौतों की जानकारी दी।' दरअसल, शुक्रवार को स्वास्थ्य मंत्री मंडाविया लोकसभा में ऑक्सीजन की कमी के चलते मौतों के सवाल पर जवाब दे रहे थे। याद करें इस मुद्दे पर कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान बहुत राजनीति और बयानबाजी हुई थी। 

केंद्र सरकार ने कहा था- मौतों का आंकड़ा नहीं है

इससे पहले सरकार की तरफ से बताया गया था, कि ऑक्सीजन की किल्लत की वजह से हुई मौतों का उनके पास कोई आंकड़ा नहीं है। जिसके बाद विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार की ओर से दिए गए इस बयान पर जमकर निशाना साधा था। वैसे राज्य जहां बीजेपी शासित राज्य नहीं है वहां की सरकारों ने तो कई गंभीर आरोप तक लगाए।  

भारत में कोरोना के कितने मामले? 

स्वास्थ्य मंत्री ने लोकसभा में जानकारी दी, कि भारत में कोरोना के कुल 3.46 करोड़ मामले सामने आए हैं। जिसमें 4.6 लाख लोगों की मौत हुई। यह कुल मामलों का 1.36 प्रतिशत है। भारत में प्रति मिलियन जनसंख्या पर 25,000 मामले और 340 मौतें दर्ज की गईं हैं। उन्होंने कहा, यह दुनिया में सबसे कम है।

बुनियादी ढांचे पर चल रहा काम

स्वास्थ्य मंत्री बोले, केंद्र की मोदी सरकार द्वारा कमजोर स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए काम जारी है। हमने पिछली सरकारों को दोष दिए बिना परिणामों के लिए काम किया। बीते दो वर्षों में प्रधानमंत्री के नेतृत्व में सरकार इच्छाशक्ति के साथ काम कर रही है।' 

हल्की-फुल्की बातों ने घटाया सदन का तापमान  

हालांकि, इस दौरान कई ऐसे मौके आए जब हल्की-फुल्की बातों ने संसद के तापमान को कम किया। इस दौरान मनसुख मंडाविया ने एक किस्सा सुनाया जिसमें एक विपक्षी पार्टी के शासन वाले राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने मोदी सरकार के काम की तारीफ की और कहा कि अगर मेरी ही सरकार होती तो शायद ऐसे मदद नहीं करती। इसके बाद कांग्रेस के सांसदों ने सदन में शोर मचाना शुरू कर दिया। 

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