Pegasus Controversy: कांग्रेस ने मोदी सरकार के खिलाफ उठाया विशेषाधिकार हनन का मामला, अधीर रंजन ने स्पीकर को लिखा खत
Pegasus Controversy: पेगासस जासूसी कांड (Pegasus Detective Scandal) को लेकर लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan Chowdhury) ने लोकसभा स्पीकर को खत लिखकर केंद्रीय सूचना प्रोधौगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ( Ashwini Vaishnav) के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाने की मांग की है।
Lucknow: अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स (new York Times) की एक रिपोर्ट ने भारत में पेगासस (Pegasus case in India) के जिन्न को एकबार फिर बाहर निकाल दिया है। पेगासस जासूसी कांड (Pegasus Detective Scandal) को लेकर शुरू से ही हमलावर रहा विपक्ष बीते शुक्रवार को इस पर एक और नई रिपोर्ट आने के बाद मोदी सरकार पर टूट पड़ा। विपक्ष के नेताओं ने केंद्र सरकार पर देश के साथ धोखा करने का आरोप लगाया।
इस बीच इस मामले में एक नया अपडेट आया है। लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी (Congress leader Adhir Ranjan Chowdhury) ने लोकसभा स्पीकर को खत लिखकर केंद्रीय सूचना प्रोधौगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव (Union Information Technology Minister Ashwini Vaishnav) के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाने की मांग की है। चौधरी ने अपने खत में वैष्णव पर सदन को गुमराह करने का आरोप लगाया है।
पेगासस को लेकर बजट सत्र (budget session) में हंगामा
कांग्रेस नेता के इस खत ने सोमवार से शुरू हो रहे बजट सत्र के हंगामेदार होने की पटकथा लिख दी है। सत्र शुरू होने से ऐन पहले पेगासस पर अमेरिकी अखबार के खुलासे ने विपक्ष को मोदी सरकार के खिलाफ बड़ा मुद्दा थमा दिया है। पांच राज्यों में में होने जा रहे विधानसभा चुनाव के बीच विपक्ष इस मुद्दे पर सरकार को बेनकाब करने की पूरी कोशिश करेगा। सोमवार को संसद शुरू होने के बाद स्पीकर ओम बिरला कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी के खत पर क्या रूख अपनाते हैं, देखने वाली बात होगी।
क्या है पेगासस मुद्दा
पेगासस एक जासूसी सॉफ्टवेयर है जिसे इजरायल की कंपनी तैयार करती है। इस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल दुनियाभर की कई सरकारें अपने विरोधियों की जासूसी करने में उपयोग करते हैं। पिछले साल आई रिपोर्ट में भारत का भी नाम उन चुनिंदा देशों में शामिल था। रिपोर्ट के अनुसार भारत के कई प्रमुख राजनेता, पत्रकार और सामाजिक कार्य़कर्ताओं की जासूसी करने की बात सामने आई थी। जिसमे प्रमुख नाम कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का था। रिपोर्ट सामने के बाद भारत में जमकर सियासी बवाल मचा था। हालांकि मोदी सरकार ऐसे किसी जासूसी सॉफ्टवेयर से इनकार करती रही।
इसके बाद बीते शुक्रवार को अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपने एक रिपोर्ट में दावा किया कि भारत ने इजरायल के साथ हुए रक्षा सौदे के दौरान ये जासूसी सॉफ्टवेयर खरीदा था। इस रिपोर्ट के आने के बाद ठंडा पड़ा पेगासस मुद्दा एक बार फिर गरम हो उठा है।