फाइजर और कोवैक्सिन का दावा, कोरोना के भारतीय वेरिएंट के खिलाफ कारगर हैं वैक्सीन
फाइजर और कोवैक्सिन ने दावा किया है कि कोरोना के भारतीय वेरिएंट के खिलाफ उनकी वैक्सीन कारगर हैं।
लखनऊ: कोरोना वायरस (Coronavirus) के नए वेरिएंट के खिलाफ मौजूदा वैक्सीनें (Covid-19 Vaccine) काम करेंगे कि नहीं, इस बारे में अभी कोई साफ़ जानकारी नहीं है। डब्लूएचओ (WHO) ने तो कहा है कि नया वेरिएंट वैक्सीन को चकमा दे सकता है। लेकिन फाइजर (Pfizer) और आईसीएमआर (ICMR) के दावे हैं कि उनकी वैक्सीन भारतीय वेरिएंट (Indian Variant) के खिलाफ असरदार हैं। अमेरिका की फाइजर कंपनी और भारत की बायोटेक-आईसीएमआर का कहना है कि उनकी वैक्सीनें नए डबल मयूटेन्ट वायरस (Double Mutant Virus) के खिलाफ कारगर है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भारत में पाए गए कोरोना वायरस के वेरियंट को अब वैश्विक चिंता वाला वेरिएंट करार दिया है। डब्लूएचओ ने कहा है कि भारत में मिला बी.1.617 वेरिएंट अन्य वेरिएंट्स की अपेक्षा ज्यादा आसानी से फैलता है और ये वेरिएंट 40 से ज्यादा देशों में फ़ैल चुका है। डब्लूएचओ द्वारा इस वेरिएंट को 'चिंताजनक' करार दिए जाने का मतलब है कि ये वेरिएंट आसानी से फैलता है, ज्यादा गंभीर बीमार करता है, इस वेरिएंट पर एंटीबॉडी, इलाज और वैक्सीन का असर कम होता है।
सबसे बड़ी चिंता की बात है कि डब्लूएचओ ने कहा है कि नए वेरिएंट पर वैक्सीन का ज्यादा प्रभाव नहीं होने के प्रमाण हैं। लेकिन इंडियन कौंसिल ऑफ़ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने कहा है कि भारत बायोटेक की कोवैक्सिन (Covaxin Vaccine) कोरोना के डबल म्यूटेंट वायरस के अलावा तमाम अनेक वेरिएंट्स के खिलाफ प्रभावी है। आईसीएमआर ने अपनी स्टडी का हवाला देते हुए ये दावा किया है। ये स्टडी जर्नल फॉर ट्रेवल मेडिसिन में प्रकाशित हुई है।
फाइजर का दावा भारतीय वेरिएंट के खिलाफ असरदार है वैक्सीन
दूसरी ओर फाइजर की वैक्सीन के भी भारतीय वेरिएंट के खिलाफ असरदार होने की बात कही गयी है। फाइजर के साथ मिल कर कोरोना वैक्सीन डेवलप करने वाली जर्मन कंपनी बायोएन टेक के संस्थापक ऊगुर साहिन ने विश्वास जताया है कि उनकी वैक्सीन नए स्ट्रेन के खिलाफ प्रभावी है। उन्होंने कहा कि उनकी कंपनी भारतीय वेरिएंट का अब भी परीक्षण कर रही है लेकिन इस वेरिएंट में जो म्यूटेशंस हुए हैं उनकी टेस्टिंग पहले ही हो चुकी है और उनके खिलाफ वैक्सीन काम करेगी इसका पूरा भरोसा है। उन्होंने कहा कि अगर वैक्सीन में कोई बदलाव करने की जरूरत पड़ी तो हम उसको कर लेंगे, इसके लिए हमें चिंता नहीं है।
बहरहाल, मौजूदा हालातों में वायरस के गंभीर प्रकोप से बचने के लिए एकमात्र सहारा वैक्सीन ही है सो वैक्सीन अवश्य लगवा लेनी चाहिए। चूंकि वायरस लगातार बदलता रहता है और वेरिएंट आएंगे सो हर हाल में वैक्सीन लगवा लेना ही श्रेयस्कर है।