PM Modi in G-7 Summit: PM मोदी बोले- भारत जी7 का 'स्वाभाविक' सहयोगी, पढ़ें भाषण की बड़ी बातें
PM Modi in G-7 Summit: पीएम मोदी ने कहा कि लोकतंत्र, वैचारिक स्वतंत्रता और आजादी के लिए भारत की सभ्यतागत प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला।
PM Modi in G-7 Summit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने रविवार को जी-7 समिट के दो सत्रों को संबोधित किया। पीएम मोदी ने जलवायु परिवर्तन और खुला समाज सत्र में अपनी बातें रखीं। विदेश मंत्रालय की तरफ से बताया गया कि जी-7 के एक सत्र में पीएम मोदी ने कहा कि लोकतंत्र, वैचारिक स्वतंत्रता और आजादी के लिए भारत की सभ्यतागत प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला।
प्रधानमंत्री (Prime Minister) ने कहा कि भारत अधिनायकवाद, आतंकवाद और हिंसक अतिवाद से उत्पन्न खतरों से साझा मूल्यों की रक्षा के लिए जी-7 का स्वाभाविक सहयोगी है। समिट में प्रधानमंत्री ने खुले समाज में निहित कमजोरियों को रेखांकित किया, प्रौद्योगिकी कंपनियों से सुरक्षित साइबर क्षेत्र मुहैया कराने का आह्वान किया।
विदेश मंत्रालय (MEA) ने बताया कि नेताओं ने मुक्त, खुले और नियम आधारित हिंद-प्रशांत को लेकर प्रतिबद्धता जताई और क्षेत्र में भागीदारों के साथ सहयोग करने का संकल्प लिया। विदेश मंत्रालय की तरफ से कहा गया कि हमारी भागीदारी जी-7 के भीतर समझ को दर्शाती है कि भारत की भूमिका के बिना सबसे बड़े वैश्विक संकट का समाधान संभव नहीं है। भारत स्वास्थ्य प्रशासन, टीकों तक पहुंच और जलवायु को लेकर कदम उठाने समेत प्रमुख मुद्दों पर जी-7, अतिथि भागीदारों के साथ गहराई से जुड़ा रहेगा।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि कोविड टीकों पर पेटेंट छूट के लिए भारत, दक्षिण अफ्रीका (South Africa) के प्रस्ताव पर समझौते के लिए जी-7 शिखर सम्मेलन के विचार-विमर्श में व्यापक समर्थन मिला है।
शनिवार को G7 की मीटिंग में ये बोले थे PM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को ग्रुप ऑफ सेवन यानी G7 की मीटिंग (PM Modi in G7 Summit) में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हिस्सा लिया। कोरोना महामारी संकट में दुनिया की सात बड़ी आर्थिक शक्तियां जी-7 समिट में शामिल हो रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी-7 समिट को संबोधित करते हुए (One Earth, One Health) "एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य" का मंत्र दिया।
जर्मनी (Germany) की चांसलर एंजेला मर्केल (Angela Merkel) ने पीएम मोदी की सराहना की और उनके इस विचार का समर्थन किया। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री ने पहले ट्रिप्स छूट (TRIPS Waiver) को पीएम मोदी के साथ अपनी चर्चाओं का जिक्र किया। भारत को ऑस्ट्रेलिया के मजबूत समर्थन की जानकारी दी। तो वहीं फ्रांस के राष्ट्रपति ने भारत जैसे वैक्सीन उत्पादकों को कच्चे माल की आपूर्ति को छूट देने की मांग की जिससे पूरी दुनिया के लिए बड़े पैमाने पर वैक्सीन उत्पादन सुनिश्चित किया जा सके।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत में कोरोना वायरस की दूसरी लहर के दौरान जी7 और दूसरे मेहमान देशों द्वारा दिए गए समर्थन की तारीफ की। पीएम मोदी ने कोरोना वायरस से लड़ने को लेकर भारत के दृष्टिकोण पर प्रकाश डाला। प्रधानमंत्री ने कॉन्ट्रैक्ट ट्रेसिंग और वैक्सीन मैनेजमेंट के लिए ओपन सोर्स डिजिटल टूल्स के भारत के सफल इस्तेमाल के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने दूसरे विकासशील देशों के साथ अपने अनुभव और विशेषज्ञता को शेयर करने की भारत की इच्छा के बारे में भी बताया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैश्विक स्वास्थ्य में सुधार के लिए सामूहिक कोशिशों को लेकर भारत के समर्थन की प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने भविष्य की महामारियों को रोकने के लिए वैश्विक एकता, नेतृत्व और एकजुटता का आह्वान किया। पीएम मोदी ने इसको लेकर लोकतांत्रिक और पारदर्शी समाजों की विशेष जिम्मेदारी पर जोर दिया।