PM Modi ने अफगानिस्तान के मुद्दे पर विदेश मंत्रालय के अधिकारियों से कही ये बात
अफगानिस्तान के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विदेश मंत्रालय और संबंधित अधिकारियों को अहम निर्देश दिए हैं। सूत्रों..
अफगानिस्तान की हालिया स्थिती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विदेश मंत्रालयों के सभी आधिकारियों को निर्देश देते हुए विदेश मंत्रालयों से जुड़े सभी संबंधित अधिकारियों को भारत की प्राथमिकताओं पर ध्यान देने को कहा है। विदेश मंत्रालय के सभी अधिकारी नियमित रूप से इस मसले पर बैठक कर रहे हैं। तालिबान औऱ इससे जुड़े तमाम मुद्दों पर बात कर रहे हैं और वहां की ताजा स्थिती पर करीब से नजर बनाए हुए हैं।
आपको बता दें कि अफगानिस्तान के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विदेश मंत्रालय और संबंधित अधिकारियों को अहम निर्देश दिए हैं। सूत्रों के हवाले से दावा किया कि प्रधानमंत्री ने निर्देश दिया कि विदेश मंत्री, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और वरिष्ठ अधिकारियों के उच्च-स्तरीय समूह को भारत की प्राथमिकताओं पर ध्यान देना होगा। यह समूह पिछले कुछ दिनों से नियमित रूप से बैठक कर रहा है। यह समूह अफगान से भारतीयों की सुरक्षित वापसी, भारत में अफगानों (विशेष रूप से अल्पसंख्यकों) की यात्रा से संबंधित मुद्दों पर तेजी से काम कर रहा है।
पीएम मोदी ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में प्रस्ताव पास कर की थी मांग
समूह यह भी सुनिश्चित कर रहा है कि अफगानी जमीन का भारत के खिलाफ इस्तेमाल ना होने पाए। सूत्र ने बताया कि यह समूह अफगानिस्तान में जमीनी स्थिति और अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाओं पर भी नजर रख रहा है। प्रधानमंत्री के यह निर्देश ऐसे समय में आए हैं जब भारत की अध्यक्षता में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) ने एक प्रस्ताव पारित कर अफगानिस्तान के क्षेत्र का इस्तेमाल किसी अन्य देश को धमकाने या हमला करने या आतंकवादियों को शरण देने तथा उन्हें प्रशिक्षित करने के लिए नहीं किए जाने की मांग की।
प्रस्ताव में उम्मीद जतायी गई कि अफगानिस्तान के लोगों और विदेशी नागरिकों के अफगानिस्तान से सुरक्षित एवं व्यवस्थित प्रस्थान के संबंध में तालिबान अपने द्वारा की गई प्रतिबद्धताओं का पालन करेगा। 15 अगस्त को तालिबान ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर नियंत्रण कर लिया था। भारत ने अमेरिका और कई अन्य मित्र देशों के साथ निकासी मिशन को अंजाम दिया। भारत पिछले सप्ताह दुशांबे से 78 लोगों को वापस लाया था। इनमें 25 भारतीय नागरिक जबकि कई अफगान सिख और हिंदू थे। इससे एक दिन पहले उन्हें तालिबान के नियंत्रण वाले काबुल से निकालकर ताजिक शहर ले जाया गया था।
भारत ने 16 अगस्त को अफगानिस्तान से लोगों को बाहर निकालना शुरू किया था। तब से लेकर मंगलवार तक 800 से अधिक लोगों को दिल्ली ले जाया जा चुका है। गत सोमवार को भारतीय वायु सेना के एक सैन्य परिवहन विमान से सिखों के एक समूह को, उनके पवित्र ग्रंथ 'गुरु ग्रंथ साहिब' की तीन प्रतियों के साथ काबुल से दुशांबे ले जाया गया था। फिर उन्हें वहां से भारत ले जाया गया।