PM Security lapse: पाक बॉर्डर के पास फंसा था मोदी का काफिला, सिर्फ 50 किलोमीटर दूर, फिर भी PM की सुरक्षा में चूक

PM Security lapse: प्रधानमंत्री मोदी इस इलाके में करीब 20 मिनट तक फंसे रहे और इसे सुरक्षा में बड़ी चूक माना जा रहा है। पाकिस्तान का बॉर्डर (pakistan border) सिर्फ 50 किलोमीटर ही दूर है।

Written By :  Anshuman Tiwari
Published By :  Shashi kant gautam
Update:2022-01-05 20:20 IST

 प्रधानमंत्री का काफिला: गृह मंत्रालय ने पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से किया जवाब-तलब: Photo - Social Media

PM Security lapse: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफिला पंजाब (PM Narendra Modi Punjab visit) के फिरोजपुर जिले (Firozpur District) में नेशनल हाईवे पर जिस इलाके में फंसा था, उसे अति संवेदनशील माना जाता है। प्रधानमंत्री मोदी इस इलाके में करीब 20 मिनट तक फंसे रहे और इसे सुरक्षा में बड़ी चूक माना जा रहा है। प्रधानमंत्री का काफिला (Prime Minister's Convoy) फिरोजपुर में मुदकी के पास फंसा हुआ था और सबसे उल्लेखनीय बात तो यह है कि इस स्थान से पाकिस्तान का बॉर्डर (pakistan border) सिर्फ 50 किलोमीटर ही दूर है। इस नजरिए से भी प्रधानमंत्री की सुरक्षा (Prime Minister's Security) के साथ बड़ा खतरा पैदा हो सकता था।

इस इलाके को इसलिए अति संवेदनशील माना जाता है क्योंकि यह पाकिस्तान बॉर्डर के पास है और इसके साथ ही इलाके में टिफिन बम और अन्य विस्फोटक पदार्थों की बरामदगी (recovery of explosives) समय-समय पर होती रही है। यहीं कारण है कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा में हुई चूक को काफी गंभीरता से लिया जा रहा है और गृह मंत्रालय (home Ministry) ने पंजाब सरकार से जवाब तलब कर लिया है। पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Punjab Chief Minister Charanjit Singh Channi) और डिप्टी सीएम सुखजिंदर सिंह रंधावा के बयानों में भी साफ फर्क नजर आया है। इसलिए भी पंजाब सरकार कटघरे में खड़ी होती दिख रही है।

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पंजाब में विस्फोट की घटनाएं (incidents of blast in punjab)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फिरोजपुर रैली का कार्यक्रम काफी पहले ही तय किया जा चुका था। भाजपा की ओर से इस रैली को सफल बनाने की जोरदार तैयारियां भी की गई थीं क्योंकि पंजाब में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। करीब 10 दिन पहले ही इस रैली का ऐलान किया जा चुका था और सुरक्षा की तैयारियां की जा रही थीं। पाकिस्तान सीमा से नजदीक होने के कारण फिरोजपुर जिले को पहले ही काफी संवेदनशील माना जाता रहा है।

पंजाब के दो स्थानों पठानकोट और लुधियाना में हाल के दिनों में धमाके भी हुए हैं। इसलिए पंजाब में इन दिनों हाई अलर्ट है। इन दोनों स्थानों के अलावा फिरोजपुर के पास स्थित जलालाबाद कस्बे में भी पिछले साल 21 सितंबर को धमाका हुआ था। इसके बावजूद पंजाब पुलिस की ओर से प्रधानमंत्री के काफिले की सुरक्षा की मुकम्मल तैयारियों नहीं की गई थीं।

सिर्फ पंजाब पुलिस (Punjab Police) को थी रूट की जानकारी

हालांकि यह भी सच्चाई है कि मौसम खराब होने की वजह से प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में आखिरी समय में बदलाव किया गया था। पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बठिंडा हवाई अड्डे पर उतरने के बाद हेलीकॉप्टर से फिरोजपुर रवाना होता होना था मगर मौसम की खराबी के कारण वे सड़क मार्ग से रवाना हुए। जानकार सूत्रों का कहना है कि प्रधानमंत्री जिस रूट से फिरोजपुर जा रहे थे, उसके बारे में पंजाब पुलिस की ओर से ही एसपीजी को सुझाव दिया गया था।

यह सवाल भी उठाया जा रहा है कि इस रूट की जानकारी एसपीजी के अलावा सिर्फ पंजाब पुलिस को ही थी मगर इस मार्ग पर प्रदर्शनकारी कैसे पहुंचे, इसका जवाब जानने की कोशिश की जा रही है। इसी कारण गृह मंत्रालय ने इस मामले में कड़ा रुख अपनाया है। पंजाब पुलिस की ओर से मंगलवार को प्रधानमंत्री के काफिले का रिहर्सल भी किया गया था मगर इसके बावजूद सुरक्षा की बड़ी चूक उजागर हुई है।

सीएम और डिप्टी सीएम के बयानों में फर्क

प्रधानमंत्री की सुरक्षा के मद्देनजर हमेशा वैकल्पिक मार्ग तैयार रखे जाते हैं। बुधवार को हुई घटना के दौरान प्रधानमंत्री के लिए कोई वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था भी नहीं की गई थी। पंजाब के डिप्टी सीएम सुखबीर सिंह रंधावा ने भी इस बात को स्वीकार करते हुए इसे पंजाब पुलिस की चूक माना है।

पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और कांग्रेस की कैंपेन कमेटी के मुखिया सुनील जाखड़ ने भी कहा कि बुधवार को जो कुछ हुआ, वह स्वीकार करने योग्य नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के लिए सुरक्षित रास्ता सुनिश्चित किया जाना चाहिए था। दूसरी ओर मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने इसे सुरक्षा में चूक मानने से इनकार कर दिया।

कैप्टन का चन्नी सरकार पर बड़ा हमला

पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Former Chief Minister Captain Amarinder Singh) ने इस सुरक्षा चूक को लेकर पंजाब सरकार पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने पंजाब सरकार पर प्रधानमंत्री की सुरक्षा में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए पंजाब में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है। कैप्टन ने कहा कि वे पहले से ही कहते रहे हैं कि चन्नी सरकार पूरी तरह सक्षम है और आज की सुरक्षा चूक से यह बात पूरी तरह उजागर हो गई है।

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