PNB Scam: मेहुल चोकसी को वापस लाना होगा आसान, अब हरीश साल्वे की मदद ले रही सरकार
चोकसी को भारत वापस लाने के लिए अब सरकार मशहूर वकील हरीश साल्वे से सलाह मशविरा कर रही है। जानकारों के मुताबिक साल्वे डोमिनिका की हाईकोर्ट में भारत की ओर से पैरवी भी कर सकते हैं।
नई दिल्ली: भारतीय खुफिया एजेंसियों और एंटीगुआ सरकार का मानना है कि पीएनबी से करीब 14000 करोड़ की धोखाधड़ी करके फरार होने वाले मेहुल चोकसी ने खुद को भारत को सौंपे जाने से बचने के लिए अपहरण की झूठी कहानी रची है। भारत से फरारी के बाद एंटीगुआ की नागरिकता हासिल करने वाला मेहुल इस बात को जान गया था कि अब एंटीगुआ और बरमुडा में रुकना उसके लिए सुरक्षित नहीं होगा। दरअसल उसे इस बात का डर सता रहा था कि एंटीगुआ सरकार उसे जल्द ही भारत को सौंप सकती है।
चोकसी को भारत वापस लाने के लिए अब सरकार मशहूर वकील हरीश साल्वे से सलाह मशविरा कर रही है। जानकारों के मुताबिक साल्वे डोमिनिका की हाईकोर्ट में भारत की ओर से पैरवी भी कर सकते हैं। साल्वे ने खुद इस बात का खुलासा किया है कि इस मामले में उठाए जाने वाले कदमों के संबंध में वे भारत सरकार को सलाह दे रहे हैं।
भारत को सौपे जाने से बचने की साजिश
जानकारों के मुताबिक एंटीगुआ में मेहुल के एक मित्र ने भी मेहुल की ओर से अपहरण की रची गई झूठी कहानी पर्दाफाश किया है। सूत्रों के मुताबिक मेहुल और उसका परिवार अब अपहरण की झूठी कहानी बताकर पूरे मामले को नया रूप देने की कोशिश में जुटा हुआ है ताकि कानूनी लड़ाई लंबी चल सके और वह भारतीय एजेंसियों के हाथ में आने से बच सके। सूत्रों का कहना है कि दरअसल उसने अपने एक करीबी एजेंट के माध्यम से क्यूबा भागने की कोशिश की थी मगर जब उसे डोमिनिका में पकड़ लिया गया तो उसने अपने अपहरण की झूठी कहानी गढ़ कर सबको भरमाने की कोशिश की है।
मेहुल के मित्र ने किया पर्दाफाश
इसकी रूपरेखा उसने पहले ही अपने दिलो-दिमाग में तैयार कर ली थी क्योंकि उसे पता था कि अगर उसकी यह कहानी सबके सामने आई तो उसे कानूनी लड़ाई लड़ने में काफी मदद मिलेगी और उसे जल्द भारतीय एजेंसियों के हाथ में नहीं सौंपा जा सकेगा। अपहरण की झूठी कहानी को गढ़ने में उसका परिवार भी पूरी तरह शामिल था। यही कारण था कि मेहुल के पकड़े जाने के बाद उसकी पत्नी भी मीडिया में यही कहानी लगातार दोहराने में जुटी हुई है।
एंटीगुआ में रहने वाले मेहुल चोकसी के एक मित्र गोविन ने भी उसके पूरे खेल का पर्दाफाश किया है। मेहुल की अपने एजेंट के साथ एक तस्वीर भी सामने आई है। एंटीगुआ पुलिस मेहुल को फरार होने में मदद करने वाले वाले एजेंट की तलाश में जोर-शोर से जुटी हुई है। चोकसी ने एंटीगुआ के अलावा एक और कैरेबियाई देश की नागरिकता हासिल कर रखी थी।
सरकार ने भी कहानी को बताया झूठा
एंटीगुआ की सरकार का भी दावा है कि मीडिया में मेहुल की ओर से बताई जा रही अपहरण की कहानी में कोई भी दम नहीं है। सरकार का कहना है कि मेहुल और उसके परिवार की ओर से इस कहानी को जानबूझकर गढ़ा जा रहा है ताकि मामले को कानूनी प्रक्रिया में फंसा कर मेहुल को बचाया जा सके। इस कहानी के जरिए उसे भारत को सौंपे जाने से बचने में मदद मिल सकती है।
अब साल्वे दे रहे भारत को कानूनी सलाह
इस बीच मेहुल चोकसी के केस में दमदारी से तर्क रखने के लिए भारत सरकार वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे की मदद दे रही है। हरीश साल्वे ने एक बयान में कहा कि वह इस मामले में भारत सरकार को कानूनी सलाह दे रहे हैं। हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अभी तक डोमिनिका की कोर्ट में भारत सरकार कोई पार्टी नहीं है बल्कि भारत की ओर से सिर्फ डोमिनका प्रशासन को मदद ही दी जा रही है। उन्होंने कहा कि अगर भारत को पार्टी बनाकर सुनवाई का मौका दिया गया तो डोमिनिका के अटॉर्नी जनरल की सहमति से वे इस मामले में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। इससे पहले साल्वे कुलभूषण जाधव केस में भी भारत की ओर से पैरवी कर चुके हैं।