रूस-यूक्रेन विवाद पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- मानवता के लिए भारत का ताकतवर होना जरूरी
उत्तर प्रदेश में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस-यूक्रेन के बीच चल रहे तनाव पर प्रतिक्रिया दिया है। प्रधानमंत्री ने कहा- मानवता के लिए भारत का मजबूत होना जरूरी।
Russia Ukraine tension : रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे तनाव को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज प्रतिक्रिया दी है। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के लिए बहराइच जनपद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने रूस-यूक्रेन विवाद पर बोलते हुए कहा- आप देख सकते हैं कि इस समय दुनिया में कितनी उथल-पुथल चल रही है। ऐसे माहौल में भारत का मजबूत होना बहुत आवश्यक है।
मानवता के लिए भारत का ताकतवर होना जरूरी : पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस-यूक्रेन विवाद का जिक्र करते हुए आगे कहा- आज भारत का ताकतवर होना पूरी मानवता के लिए बहुत जरूरी है। आज आपका एक-एक वोट भारत को ताकतवर बनाएगा। सुहेलदेव की धरती के लोगों का एक-एक वोट देश को मजबूती देगा।
सपा-कांग्रेस पर पीएम मोदी का हमला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बहराइच में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए विपक्षी पार्टी समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पर जमकर हमला किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने समाजवाद और गरीबी हटाओ के नाम पर देश को सिर्फ लूटा है। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अहमदाबाद विस्फोट का जिक्र करते हुए सपा कांग्रेस पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा मामले में कोर्ट का फैसला आने के बाद विपक्षी दलों ने चुप्पी साध लिया है। इससे यह पता चल गया है कि आतंकवादियों की मदद कौन कर रहा है।
गौरतलब है कि रूस ने कुछ दिन पहले ही पूर्वी यूक्रेन के दो देश डोनेतस्क (Donetsk) और लुहांस्क (Luhansk) को रूस ने स्वतंत्र राष्ट्र का दर्जा दे दिया है। साथ ही रूस ने उन देशों के साथ व्यापार तथा मित्रता के तौर पर रिश्ते जारी रखने के लिए समझौते पर हस्ताक्षर भी किया है। बता दें रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने वहां की संसद में 15 फरवरी 2020 को पूर्वी यूक्रेन के डोनेतस्क और लुहांस्क को एक अलग आजाद देश देश का दर्जा देने के लिए प्रस्ताव भेजा था।
रूस-यूक्रेन विवाद पर भारत का विचार
रूस-यूक्रेन विवाद को लेकर भारत की ओर से लगातार दोनों देशों के बीच शांति लाए जाने की पहल की जा रही है। इस मामले पर भारत का लगातार कहना है कि सैन्य कार्रवाई किसी के हित में नहीं है। भारत को यह उम्मीद है कि रूस-यूक्रेन के बीच चल रहा यह विवाद कूटनीतिक ढंग से सुलझाया जा सकता है। बता दें भारत और रूस के बीच लंबे वक्त से बेहतर रिश्ते रहे हैं। भारत सैन्य उपकरणों के लिए बहुत हद तक रूस पर ही निर्भर है। जिस कारण से भारत, रूस-यूक्रेन विवाद में कुछ भी बोलने से बच रहा है।