Breakfast Party के बाद राहुल की अगुवाई में विपक्ष का संसद तक साइकिल मार्च, सरकार के खिलाफ हल्ला बोल
राहुल गांधी की तरफ से बुलाई गई ब्रेकफास्ट मीट के बाद विपक्ष ने संसद तक 'साइकिल मार्च' किया।
Rahul Gandhi Breakfast Party: केंद्र के खिलाफ विपक्षी को एक जुट करने के लिए राहुल गांधी ने लोकसभा और राज्यसभा के 100 से ज्यादा सांसदों को नाश्ते पर बुलाया। राहुल गांधी की इस ब्रेकफास्ट पार्टी में दिल्ली के कन्स्टीट्यूशनल क्लब में 17 पार्टियों के 150 नेता शामिल हुए। जिनके साथ राहुल गांधी की बैठक हुई। ब्रेकफास्ट पार्टी के बाद विपक्षी फ्लोर लीडर्स की बैठक होगी जिसमें मानसून सत्र के बाकी बचे दिनों के लिए रणनीति तय की जाएगी।
बता दें कि राहुल गांधी की तरफ से बुलाई गई ब्रेकफास्ट मीट के बाद अब विपक्ष संसद तक 'साइकिल मार्च' कर रहा है। विपक्षी नेताओं के साथ बैठक में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि मेरे विचार से सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हम इस शक्ति को एक करते हैं। 'यह आवाज (जनता की) जितनी एकजुट होगी, यह आवाज उतनी ही शक्तिशाली होगी, भाजपा-आरएसएस के लिए इसे दबाना उतना ही मुश्किल होगा।' वहीं दूसरी ओर पीएम मोदी ने बीजेपी सासंदों से अपील की है कि वह संयम और संसद के सदनों की गरिमा बनाए रखें।
राहुल की ब्रेकफास्ट पार्टी में कौन-कौन हुआ शामिल
राहुल गांधी के घर नाश्ते पर लोकसभा और राज्य सभा के विपक्षी सांसद पहुंचे। इसमें 17 दलों के नेता शामिल हुए हालाँकि जानकारी के मुताबिक, इन दलों में आम आदमी पार्टी का नाम शामिल नहीं था। कांग्रेस ने आप को भी न्योता भेजा था लेकिन आम आदमी पार्टी का कोई भी सांसद या नेता राहुल गांधी के घर पर नाश्ते में नहीं पहुंचा। इस मीटिंग में तृणमूल कांग्रेस, राजद, शिवसेना, समाजवादी पार्टी के नेता पहुँचे।
राहुल की ब्रेकफास्ट पार्टी में आप और बसपा नहीं हुए शामिल
बता दें कि राहुल के घर विपक्षी दलों में 17 दलों को न्योता भेजा था लेकिन बहुजन समाज पार्टी और आम आदमी पार्टी बैठक से नदारद दिखी। इन दोनों दलों से किसी नेता का शामिल न होना कई बातों के संकेत देता है। जो दल शामिल हुए उनमें- कांग्रेस के अलावा, शरद पवार की एनसीपी (NCP), उद्धव ठाकरे की शिवसेना (Shiv Sena), लालू की राजद (RJD), समाजवादी पार्टी (SP), CPIM, CPI, IUML, RSP, KCM, झारखंड मुक्ति मोर्चा(JMM), NC, तृणमूल कांग्रेस (TMC) ,बिहार की लोकतांत्रिक जनता दल( LJD) का नाम शामिल है।
चाय की चर्चा में क्या रहा खास
कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल मानसून सत्र 2021 में संसद की कार्रवाई में लगातार किसान आंदोलन के समर्थन में कृषि कानूनों के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। इसके अलावा पेट्रोल-डीजल के बढ़े दामों, महंगाई पर सरकार को घेर रहे हैं। इस बार संसद सत्र शुरू होने से पहले पेगासस जासूसी काण्ड का खुलासा हुआ, जिसे लेकर विपक्षी दल सरकार पर सवाल उठा रहे हैं और पूरे मामले की जांच की मांग कर रहे हैं।
इन्ही मुद्दों पर सदन में सरकार को घेरने की रणनीति पर चाय की चुस्की के दौरान विपक्षी दलों के बीच चर्चा हुई। संसद के मॉनसून सत्र का जो भी समय बचा हुआ है, उसमें मोदी सरकार पर किस तरह हमला किया जाए, इस पर विपक्षी दलों ने रणनीति बनाने को लेकर मंथन किया।