क्या पीओके पर एमनेसिया का शिकार हो रहा भारत, सुब्रमण्यम स्वामी क्यों हैं नाराज
पीओके को लेकर भारत व पाक में कोई नई खिचड़ी पक रही है। दोनों देश ट्रैक टू डिप्लोमेसी के मार्फत कोई नई रणनीति बना रहे हैं।
नई दिल्ली: कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाने के बाद भारत ने पीओके पर कब्जे को लेकर जो दबाव पाकिस्तान पर बनाया था अब वह कमजोर पड़ने लगा है।पीओके को लेकर भारत व पाकिस्तान के बीच कोई नई खिचड़ी पक रही है। दोनों देश ट्रैक टू डिप्लोमेसी के मार्फत कोई नयी रणनीति बना रहे हैं। संयुक्त अरब अमीरात के दबाव में भारत अब पुरानी बातों को भुलाकर नए सिरे से पाकिस्तान के साथ अच्छे रिश्ते बनाने को तैयार हो गया है। हालांकि भारत सरकार के ताजा रुख की आलोचना पूर्व केंद्रीय मंत्री सुब्रहमण्यन स्वामी ने की है। उन्होंने कहा कि भारत इन दिनों एमनेसिया बीमारी का शिकार हो गया है। एमनेसिया वह बीमारी है जो आमिर खान की फिल्म गजनी में दिखाई गई है।
संयुक्त अरब अमीरात के राजदूत यूसुफ अल ओतैबा ने पहली बार इसका खुलासा किया है कि कश्मीर में शांति बहाली के लिए उनका देश भारत और पाकिस्तान के साथ मिलकर प्रयास कर रहा है। बैटल ग्राउंड विद एचआर मैकमास्टर प्रोग्राम में शिरकत कर रहे ओतैबा ने कहा कि यूएई ने पहले भी मध्य एशिया के देशों के बीच सहज संबंध निर्माण में अहम भूमिका निभाई है। कश्मीर का मौजूदा सीज फायर इसका हिस्सा है। भारत और पाकिस्तान के बीच अच्छे संबंध बनाने की कोशिश की जा रही है। आने वाले दिनों में इसका असर दिखाई देगा।
भारत और पाकिस्ताकन के बीच संबंध सुधार की मौजूदा कवायद से परदा हटाने की कोशिश सुब्रमण्यन स्वामी ने शुक्रवार की सुबह सोशल मीडिया पर अपनी टिप्पणी में की है। दरअसल पाकिस्तान की जेल में बंद कुलभूषण जाधव मामले में इस्लामाबाद हाईकोर्ट की महत्वपूर्ण टिप्पणी सामने आई है। इस्लामाबाद हाईकोर्ट ने इंटरनेशनल कोर्ट के फैसले को लागू करने संबंधी मामले की सुनवाई के दौरान पाकिस्तान के विदेश मामलों को देखने वाले मंत्रालय से कहा है कि वह कुलभूषण जाधव मामले में भारत सरकार की ओर से उठाई गई आपत्तियों और गलतफहमी को दूर करे। अदालत के इस आदेश को कुलभूषण जाधव की रिहाई की दिशा में माना जा रहा है। समझा जा रहा है कि पाकिस्तान सरकार कुलभूषण जाधव की रिहाई करने के लिए तैयार है। कुलभूषण जाधव की रिहाई को भारतीय नेतृत्व की जीत का माहौल बनाया जाएगा ।
''अरब शेख के दबाव में भारत और पाकिस्तान के बीच समझौता''
इस मामले में टिप्पणी करते हुए भाजपा नेता सुब्रमण्यन स्वामी ने खुलासा किया है कि अरब शेख के दबाव में भारत और पाकिस्तान के बीच पुरानी बातों को भूल जाने का समझौता हो रहा है। हालांकि हमारे पास हिंदू हृदय सम्राट हैं। उन्होंने बताया कि रूस ने पाकिस्तान सेना पर दबाव बनाया है कि वह भारत से बात करे। दूसरी ओर दुबई के शेख ने भारत की बांह मरोड़ रखी है। पाकिस्तान पीओके खाली करने नहीं जा रहा है ।
अपरोक्ष रूप से उन्होंने कहा है कि भारत सरकार गजनी फिल्म के हीरो आमिर खान जैसी हो गई है। उसे अपने दोस्त व दुश्मन दोनों ही याद नहीं हैं। वह पुरानी बातों को भूलने में दुश्मन को भी भूल जा रही है जैसे गजनी फिल्म में आमिर खान के साथ होता है कि वह अपने दुश्मन के सामने होने के बावजूद उसको लेकर सतर्क नहीं रहता। क्योंकि उसे याद ही नहीं रहता है कि उसका दुश्मन कौन है। वह 15 मिनट से ज्यादा किसी बात को याद नहीं रख पाता। 15 मिनट बाद वह अपने दुश्मन को भूल जाता है। ऐसा ही हाल भारत सरकार का हो रहा है जो पाकिस्तान के सिलसिले में सारी कड़वी बातें भूलने को तैयार है। दरअसल एमनेसिया ऐसी बीमारी है जिसमें बीते कुछ वक्त तक बीमार को बीता हुआ कुछ भी याद नहीं आता। ऐसा अक्सर दिमाग पर चोट, बीमारी या शराब और दूसरी नशीली चीज़ों के असर की वजह से होता है।