जासूसी पर राज्यसभा में हंगामा: 'हरदीप पुरी ने मुझे धमकाया और गाली दी

पेगासस से 300 भारतीयों की कथित जासूसी को लेकर संसद में हंगामा हुआ...

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Published By :  Ragini Sinha
Update: 2021-07-22 14:32 GMT

पेगासस जासूसी पर राज्यसभा में हंगामा (सोशल मीडिया)

इस्राइली सॉफ्टवेयर पेगासस से 300 भारतीयों की कथित जासूसी को लेकर आज भी संसद में जमकर हंगामा हुआ। तीन दिन चली कार्यवाही में सबसे ज्यादा बवाल आज मचा। राज्यसभा में जब सूचना प्रौद्योगिकी और संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव इस मामले पर बयान देने के लिए उठे तो तृणमूल कांग्रेस के सांसदों ने हंगामा शुरू कर दिया। इन सांसदों ने मंत्री से पन्ने छीनकर फाड़ दिए। वे सभापति के आसन के पास एकत्रित होकर शोर मचाते रहे। इसके बाद सदन की कार्यवाही शुक्रवार तक स्थगित कर दी गई।

हंगामे के बाद सदन की कार्यवाही स्थगित

भारी हंगामे के कारण वैष्णव को बयान देने में कठिनाई हुई और उन्हें यह सदन के पटल पर रखना पड़ा। दो बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजे जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई उपसभापति हरिवंश ने बयान देने के लिए वैष्णव का नाम पुकारा। विपक्षी सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया। वैष्णव ने बयान की शुरुआत की ही थी कि हंगामा और तेज हो गया। हंगामे के कारण उनकी बात नहीं सुनी जा सकी। उपसभापति ने विपक्षी दलों के रवैये को 'असंसदीय' करार दिया और केंद्रीय मंत्री से बयान को सदन के पटल पर रखने का आग्रह किया।

भारत की छवि धूमिल करने का प्रयास

अपने बयान में मंत्री वैष्णव ने इजराइली स्पाईवेयर पेगासस के जरिये भारतीयों की कथित जासूसी करने संबंधी खबरों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि संसद के मानसून सत्र से ठीक पहले ऐसी रिपोर्ट का प्रकाशित होना कोई संयोग नहीं है बल्कि ये आरोप भारतीय लोकतंत्र की छवि को धूमिल करने का प्रयास हैं। राज्यसभा में विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बीच, अपने बयान में वैष्णव ने कहा कि जब देश में नियंत्रण एवं निगरानी की व्यवस्था पहले से है तब अनधिकृत व्यक्ति द्वारा अवैध तरीके से निगरानी संभव नहीं है।

शांतनु सेन ने हरदीप सिंह पर लगाए आरोप

वहीं, इस बवाल के बाद अब शांतनु सेन का बयान आया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि सदन स्थगित होने के बाद राज्यसभा में केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया। इसके बाद उन्होंने मुझे धमकाया और गाली दी। वो मुझे मारने के लिए आगे बढ़े थे। उन्होंने मेरा घेराव किया। भगवान का शुक्र है कि मेरे अन्य सहयोगियों ने इसे देखा और मुझे बचाया। यह सरासर दुर्भाग्यपूर्ण है। जिसकी उन्होंने उपसभापति से शिकायत की है। 

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