दिल्ली में कोरोना से मची आफत, एक साथ 37 डॉक्टर हुए पॉजिटिव
पूरे देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर से आफत मची हुई है। रोज सामने आ रहे मामलों से पुराने सभी रिकॉर्ड
नई दिल्ली। पूरे देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर से आफत मची हुई है। रोज सामने आ रहे मामलों से पुराने सभी रिकॉर्ड फेल होते जा रहे हैं। ऐसे में बृहस्पतिवार को 1.26 लाख से भी ज्यादा नए मरीज मिले। इनमें सबसे ज्यादा भयावह स्थिति महाराष्ट्र, पंजाब, गुजरात, मध्यप्रदेश और दिल्ली की हैं। यहां पर कोरोना पर काबू पाने के लिए कई तरह की पाबंदियां लगाई जा रही हैं। इसके साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी आज फिर सभी मुख्यमंत्रियों से कोविड पर चर्चा करेंगें। दूसरी तरफ भारत में कोरोना संक्रमण के मामलों को देखते हुए न्यूजीलैंड ने अपने यहां भारतीयों के आने पर मनाही लगा दी है।
10 बजे से सुबह 5 बजे तक रात्रि कर्फ्यू
ऐसे में राजधानी दिल्ली में कोरोना का कहर लगातार जारी है। सामने आई जानकारी के अनुसार, सर गंगाराम अस्पताल के 37 डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं। यहां मामले इस कदर बढ़ रहे हैं कि मरीजों को अस्पतालों में बेड की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है।
यहां कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए नोएडा में 17 अप्रैल तक रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक रात्रि कर्फ्यू लगाया गया है। साथ ही चिल्ला बॉर्डर पर नोएडा पुलिस लोगों के परिचय पत्र की जांच कर रही है। सिर्फ प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडियाकर्मियों को रात में आवाजाही में छूट दी गई। ई-पास की जरूरत नहीं, मान्य परिचय पत्र दिखाना ही काफी होगा।
1.19 लाख आवेदन
नाइट कर्फ्यू के दौरान यात्रा की अनुमति के लिए ई-पास के लिए जिलों के अधिकारियों को 1.19 लाख आवेदन प्राप्त हुए जिसमें से लगभग 87,000 को खारिज कर दिया गया। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
इस पर उन्होंने बताया कि ज्यादातर आवेदन इसलिए खारिज किए गए क्योंकि वह कर्फ्यू से छूट पाने वाली श्रेणी में नहीं आते थे या उनमें दी गई सूचना में त्रुटि थी। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार लंबित आवेदनों की संख्या बुधवार को 30,000 से ज्यादा थी जो घटकर 20,055 रह गई है। कुल 1,19,369 आवेदन प्राप्त हुए जिसमें से केवल 12,068 स्वीकार किए गए।