MHA : खालिस्तानी आतंकी पन्नू की हत्या मामले में समिति ने पेश की रिपोर्ट, आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश
MHA : गृह मंत्रालय ने बताया कि अमेरिका (वाशिंगटन डीसी) द्वारा खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या के प्रयास का आरोप लगाए जाने के बाद नवंबर 2023 में उच्चस्तरीय पैनल की स्थापना की गई थी।;
MHA : खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या मामले में आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो सकती है। केंद्र सरकार की उच्च स्तरीय कमेटी ने अपनी रिपोर्ट को सौंप दिया है, जिसमें कार्रवाई की सिफारिश की गई है।
गृह मंत्रालय ने बताया कि अमेरिका (वाशिंगटन डीसी) द्वारा खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या के प्रयास का आरोप लगाए जाने के बाद नवंबर 2023 में उच्चस्तरीय पैनल की स्थापना की गई थी। अमेरिका ने विकास यादव (जिसे भारत की बाहरी खुफिया एजेंसी रॉ का पूर्व अधिकारी बताया जाता है) का नाम पन्नू की हत्या के असफल प्रयास के सिलसिले में लिया था। जांच समिति ने अपनी जांच की और अमेरिकी द्वारा प्रदान किए गए साक्ष्यों का भी अनुसरण किया।
कानूनी कार्रवाई की सिफारिश
बयान में कहा गया कि लंबी जांच के बाद समिति ने सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है और एक व्यक्ति के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की सिफारिश की है, जिसके पिछले आपराधिक संबंध और पृष्ठभूमि भी जांच के दौरान सामने आई है। जांच समिति ने सिफारिश की है कि कानूनी कार्रवाई तेजी से पूरी की जानी चाहिए। समिति ने सिस्टम और प्रक्रियाओं में कार्यात्मक सुधार के साथ-साथ ऐसे कदम उठाने की भी सिफारिश की है, जो भारत की प्रतिक्रिया क्षमता को मजबूत कर सकें। इसके साथ ही इस तरह के मामलों से निपटने में व्यवस्थित नियंत्रण और समन्वित कार्रवाई सुनिश्चित कर सकें।
विदेश मंत्रालय ने क्या कहा था?
बीते अक्टूबर माह में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा था कि अमेरिकी विदेश विभाग ने हमें सूचित किया है कि न्याय विभाग के अभियोग में शामिल व्यक्ति अब भारत में कार्यरत नहीं है। मैं पुष्टि करता हूं कि वह अब भारत सरकार का कर्मचारी नहीं है। अमेरिकी न्याय विभाग ने दावा किया था कि मैनहट्टन में संघीय अदालत में दायर अभियोग में पहचाने नहीं गए भारतीय सरकारी कर्मचारी (सीसी-1 नाम) ने पन्नू की हत्या के लिए निखिल गुप्ता नामक एक भारतीय नागरिक को हायर किया था, जिसे अमेरिकी अधिकारियों ने विफल कर दिया था।