‘मन की बात’ में पीएम मोदी ने नारी शक्ति का किया वंदन, बताया एआई का महत्व
Mann Ki Baat: पीएम मोदी की मन की बात का यह 119वां एपिसोड है। ‘मन की बात’ की जरिए पीएम मोदी सीधे जनता से संवाद करते है और समाज के हर पहलु पर अपने विचार भी रखते है।;
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Mann Ki Baat: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को रेडियो प्रोग्राम ‘मन की बात’ के जरिए देशवासियों को संबोधित कर रहे हैं। पीएम मोदी की मन की बात का यह 119वां एपिसोड है। ‘मन की बात’ की जरिए पीएम मोदी सीधे जनता से संवाद करते है और समाज के हर पहलु पर अपने विचार भी रखते है। ‘मन की बात’ कार्यक्रम 22 भारतीय भाषाओं और 29 बोलियों के अलावा चीनी, इंडोनेशियाई, बर्मी, तिब्बती, अरबी, पश्तू, फारसी, फ्रेंच समेत 11 विदेशी भाषाओं में भी प्रसारित किया जाता है।
‘मन की बात’ के 119वें एपिसोड में पीएम मोदी ने नारी शक्ति का वंदन किया। इसके साथ ही एआई का जीवन में महत्व के बारे में भी बताया। साथ ही मोटापे की समस्या से जूझ रहे भारत को इससे निपटने के तरीके के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि आठ में से एक व्यक्ति इस समय मोटापे की समस्या से जूझ रहा है। बच्चों में चार गुना मोटापे की समस्या बढ़ रही है। मोटापे के वैश्विक आंकड़े चिंताजनक है। ऐसे में मोटापे को कम करने के लिए खाने में दस प्रतिशत तेल का उपयोग कम कर दें।
‘मन की बात’ में पीएम मोदी ने चैंपियंस ट्रॉफी का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि चैंपियंस ट्रॉफी चल रही है। हर तरफ क्रिकेट का माहौल है। क्रिकेट में शतक का रोमांच क्या होता है, ये तो हम सब अच्छी तरह से जानते हैं। उन्होंने कहा कि लेकिन आज मैं, सभी से क्रिकेट नहीं, बल्कि भारत ने जो अंतरिक्ष में शानदार शतक बनाई है उसकी बात करने वाला हूं। पिछले महीने देश इसरो के 100वें रॉकेट की लॉन्चिंग के साक्षी बने हैं। यह केवल एक नंबर नहीं है, बल्कि इससे अंतरिक्ष विज्ञान में नित नई ऊंचाइयों को छूने के हमारे संकल्प का भी पता चलता है। हमारी अंतरिक्ष यात्रा की शुरुआत बहुत ही सामान्य तरीके से हुई थी।
भारतीय संस्कृति में बेटियों का सम्मान सर्वोपरिः पीएम
मन की बात के 119वें एपिसोड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अगले महीने आ मार्च को ’अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस’ है। यह देष की नारी-शक्ति को नमन करने का एक विशेष अवसर होता है। देवी महात्म्य में कहा गया है - विद्या : समस्ताः तव देवि भेदाः स्त्रीयः समस्ताः सकला जगत्सु। अर्थात् सभी विद्याएं, देवी के ही विभिन्न स्वरूपों की अभिव्यक्ति हैं और जगत की समस्त नारी शक्ति में भी उनका ही प्रतिरूप है। भारतीय संस्कृति में बेटियों का सम्मान सर्वोपरि रहा है।
एआई के बारे में जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “हाल ही में मैं एआई के एक बड़े सम्मेलन में भाग लेने के लिए पेरिस गया था। वहां दुनिया ने इस क्षेत्र में भारत की प्रगति की खूब सराहना की। देश के लोग आज एआई का उपयोग किस-किस तरह से कर रहे हैं, इसके उदाहरण भी हमें देखने को मिल रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आने वाले कुछ ही दिनों में ’राष्ट्रीय विज्ञान दिवस’ मनाया जाएगा। युवाओं की विज्ञान में दिलचस्पी और जुनून होना बहुत मायने रखता है। इसे लेकर मेरे पास एक विचार है, जिसे आप ’एक दिन वैज्ञानिक के रूप में’ कह सकते हैं, यानि, आप अपना एक दिन एक वैज्ञानिक के रूप में, एक वैज्ञानिक के रूप में, बिताकर देखें। आप अपनी सुविधा के अनुसार, अपनी मर्जी के अनुसार, कोई भी दिन चुन सकते हैं।