Shikshak Diwas 2021: राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कारों का एलान, इन Teachers का नाम लिस्ट में शामिल
Shikshak Diwas 2021: केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने बुधवार यानी आज के दिन राष्ट्रीय शिक्षक पुरुस्कारों की घोषणा की है।
Shikshak Diwas 2021: केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने बुधवार यानी आज के दिन राष्ट्रीय शिक्षक पुरुस्कारों की घोषणा की है। हर साल शिक्षा मंत्रालय द्वारा ये सूची जारी की जाती है। जिसमें हर बार शिक्षकों को उनकी योग्यता के पैमाने पर साल भर के प्रदर्शन पर परखा जाता है। सर्वपल्ली राधाकृष्णन को श्रद्धांजलि देने के लिए हर वर्ष शिक्षकों की सूची जारी की जाती है। सर्वपल्ली राधकृष्णन ने शिक्षा के क्षेत्र में अनेक काम किये। जो शिक्षा की नींव को और मजबूत बनाने में लाभदायक हुए। उनके जन्मदिन के दिन यानी 05 सितंबर को विजेता शिक्षकों को नई दिल्ली में पुरष्कार से नवाजा जाता है।
शिक्षक की जरूरी योग्यताएं
इसके लिए शिक्षकों को निरंतर पद्धति से पढ़ाना जरूरी होता है।
शिक्षक किसी भी शिक्षा के स्तर पर इसके लिए उचित हो सकता है।
कॉन्ट्रैक्ट शिक्षक इन पुरुस्कारों की श्रेणी में नहीं आते हैं।
किसी भी शिक्षा अधिकारी ,शिक्षा निरक्षक इसके लिए आवेदन नहीं कर सकता है।
जिस भी स्कूल में शिक्षक पढ़ा रहा है। वह मान्यता प्राप्त स्कूल होना चाहिये।
केंद्रीय विद्यालय, सैनिक विद्यालय, नवोदय विद्यालय व अन्य कोई भी विद्यालय के शिक्षक इसमे भाग ले सकते हैं।
इन राज्यों के इतने शिक्षकों को राष्ट्रीय शिक्षक घोषित किया गया
साल 2021 की सूची में हरियाणा से एक शिक्षक,पंजाब से एक, दिल्ली से एक शिक्षक,गुजरात और राजस्थान से दो- दो शिक्षक, मध्यप्रदेश से एक शिक्षक,बिहार और उड़ीसा से भी दो - दो शिक्षक ,पश्चिम बंगाल से एक शिक्षक,जम्मू कश्मीर से एक शिक्षक ,लद्दाख से भी एक शिक्षक,उत्तरप्रदेश से दो शिक्षक,सीबीएसई से दो शिक्ष,केंन्द्रीय विद्यालय से एक शिक्षक,ईएमआरएस से एक शिक्षक,अरुणाचल प्रदेश से भी एक शिक्षक,सिक्किम से दो शिक्षक, नागालैंड और मणिपुर से एक शिक्षक, मिजोरम और त्रिपुरा से एक शिक्षक,असम से दो शिक्षक,झारखंड और केरल से एक शिक्षक आंध्रप्रदेश और तेलंगाना से दो-दो शिक्षक,कर्नाटक और पुडुचेरी से एक शिक्षक जबकि महाराष्ट्र और तमिलनाडु से दो- दो शिक्षक पुरस्कार के लिए चुने गए हैं। इस प्रकार कुल 44 शिक्षकों को राष्ट्रीय शिक्षक 2021 घोषित किया है।
राजस्थान के दीपक और जय सिंह ने बनाई जगह
दीपक जोशी बीकानेर से हैं। जबकि जय सिंह झुंझुनूं से हैं। दोनों को नई दिल्ली में 5 सितम्बर के दिन पुरुस्कार मिल सकता है। कोरोना काल में प्रदेश भर में ऑनलाइन एज्यूकेशन की अलख जगाने के लिए दीपक जोशी को अवार्ड मिल रहा है। जोशी ने डांडूसर स्थित अपने स्कूल के साथ ही नौ सरकारी स्कूलों में ऑनलाइन टीचिंग के लिए स्टूडियो तैयार कर दिए थे। वो भी बहुत कम कीमत पर। उन्होंने स्मार्ट क्लास व प्रोजेक्टर के माध्यम से पढ़ाई करवाने के लिए भी शानदार काम किया।
जोशी ने अपने स्टूडेंट्स के साथ मिलकर सामान्य जीवन से जुड़े कुछ प्रोजेक्ट्स तैयार किए थे। जिसमें दो प्रोजेक्ट्स को नेशनल लेवल पर अवार्ड मिले। इन्हीं सब आधार पर उनका चयन करने के लिए शिक्षा निदेशालय से प्रस्ताव भेजा गया था। जिसे केंद्र सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने स्वीकार कर लिया है। इस मीडिया हाउस से बात करते हुए जोशी ने बताया कि कोरोना के इस दौर में भी बच्चों की पढ़ाई जारी रखने का जिद किया। जो पूरा हो गया।
जय सिंह ने एक करोड़ का मैदान बनवाया
झुंझुनूं के जय सिंह को खेलों में उल्लेखनीय कार्य के लिए यह अवार्ड मिल रहा है। फिजिकल टीचर जय सिंह ने अपने स्कूल में ही जन सहयोग से एक करोड़ रुपए का मैदान तैयार करवाया है। इतना ही नहीं नेशनल लेवल पर उनके कई स्टूडेंट्स भी खेल रहे हैं। बॉलीबॉल में भी उनके स्टूडेंट नेशनल खेल रहे हैं। जयसिंह ने बताया कि वो खेलों में भारत को सबसे आगे और भारत में राजस्थान को प्रथम पंक्ति में देखने का सपना देखते हैं। इसके पहले 2020 में भी राजस्थान की एक महिला शिक्षक गीता माली ये पुरुस्कार जीत चुकी है।
उत्तर प्रदेश के दो शिक्षक राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए नामित
उत्तर प्रदेश के औरैया जिले के पूर्व माध्यमिक विद्यालय शिवगंज के विज्ञान शिक्षक मनीष कुमार को भी राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए चुना गया है। और उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले की शिक्षिका तृप्ति माथुर को भी इस राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है।