भारत में स्पूतनिक वी की कीमत, कोविशील्ड- कोवैक्सीन के मुकाबले क्या है रेट
भारत में स्पूतनिक वी की कीमत, कोविशील्ड- कोवैक्सीन के मुकाबले क्या है रेट
लखऩऊः देश के विभिन्न हिस्सों से कोरोना के तेज संक्रमण और बेकाबू होते हालात के बीच कई राज्यों में वैक्सीन की कमी की शिकायतों के बाद सरकार ने कहा है कि विदेशी वैक्सीन स्पूतिक वी के आपातकालीन उपयोग की अनुमति दी जा सकती है। यह मंजूरी इस आधार पर दी जा रही है कि जिन टीकों को अमेरिका, ब्रिटेन और जापानी रेगुलेटर्स द्वारा आपातकालीन उपयोग की मंजूरी दी है और जो विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा सूचीबद्ध हैं। उनके भारत में आपातकालीन उपयोग की मंजूरी दी जा सकती है।
केंद्र सरकार ने कहा कि इस निर्णय से भारत में विदेशी टीकों की त्वरित पहुंच हो सकेगी और टीकों की कमी की समस्या से काफी हद तक निपटा जा सकेगी। वैसे भारत के वर्तमान टीकाकरण कार्यक्रम में दो टीके शामिल हैं जिनमें कोविशील्ड (सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया) और कोवाक्सिन (भारत बायोटेक) की है। अब राष्ट्रीय नियामक के विशेषज्ञ निकाय ने रूस के स्पुतनिक वी के लिए आपातकालीन उपयोग की सिफारिश की है।
विदेशी टीकों की भारत में कीमत
ऐसे में एक अहम सवाल ये है कि विदेशी टीकों के भारत आने पर उनकी एक खुराक की लागत भारतीय रुपये में कितनी होगी? स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि अब तक, कोवाक्सिन और कोविशिल्ड की एक खुराक निजी अस्पतालों में 250 रुपये शुल्क ले दी जा रही है।
गौरतलब है कि जनवरी में, मंत्रालय ने फाइजर वैक्सीन की एक खुराक की कीमत 1,431 रुपये (ओवरहेड कॉस्ट और टैक्स शामिल नहीं) का हवाला दिया था। इसी तरह मॉडर्ना की वैक्सीन की एकल खुराक की कीमत 2,348-2,715 रुपये तक आने की संभावना है। सिनफार्मा और सिनोवैक चीनी टीकों के लिए क्रमश: 5,650 रुपये और 1,027 रुपये और स्पुतनिक वी के लिए 734 रुपये थी।
जाॅनसन एंड जाॅनसन की वैक्सीन पर रोक
जाॅनसन एंड जाॅनसन की एकल खुराक वैक्सीन जिसे अमेरिका में प्रतिबंधित कर दिया गया है उसके एकल-खुराक वैक्सीन की कीमत 734 रुपये होने का हवाला दिया गया था।
वास्तव में, 31 दिसंबर को WHO ने कोविड-19 वैक्सीन के लिए अपना पहला आपातकालीन उपयोग सत्यापन जारी किया था। जिसमें Pfizer / BioNTech का mRNA वैक्सीन शामिल थीं। 15 फरवरी को, WHO ने एस्ट्राजेनेका/ ऑक्सफ़ोर्ड वैक्सीन के दो संस्करणों (कोविशिल्ड सहित, दक्षिण कोरिया के दूसरे संस्करण) के आपातकालीन उपयोग के लिए सूचीबद्ध किया। जिससे इन टीकों को COVAX कार्यक्रम के माध्यम से वैश्विक स्तर पर दिया जा सके। 12 मार्च को WHO ने जॉनसन एंड जॉनसन के Ad26.COV2 को सूचीबद्ध किया। हालांकि इसमें कुछ दिक्कतें आने के बाद अमेरिका ने इसका उपयोग रोक दिया है।