SC के रिटायर्ड न्यायाधीश Rohinton Fali Nariman ने की देशद्रोह कानून को खत्म करने की बात, कहा- खुलकर सांस लेना जरूरी
Justice Rohinton Fali Nariman: न्यायाधीश के रूप में कार्य करने से पहले रिटायर्ड जज जस्टिस नरीमन ने सर्वोच्च न्यायालय में एक वरिष्ठ वकील के रूप में काम किया।
Justice Rohinton Fali Nariman: सुप्रीम कोर्ट (supreme court Today News) के रिटायर्ड जज जस्टिस रोहिंटन फली नरीमन (supreme court Justice retired judge Rohinton Fali Nariman) ने देशद्रोह कानून (deshdroh kanun) को खत्म करने की वकालत की है। साथ ही यूएपीए (UAPA) के कुछ हिस्सों को भी खत्म करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि नागरिकों को खुलकर सांस लेना ज़रूरी है। सरकारें आएंगी जाएंगी। जस्टिस नरीमन ने कहां कि इसके लिए देशद्रोह कानून रद्द कर देना चाहिए । साथ ही गैरकानूनी गतिविधि को लेकर UAPA कानून के कुछ हिस्सों को भी खत्म कर दिया जाना चाहिए।
रिटायर्ड जज जस्टिस रोहिंटन फली नरीमन का बयान (Retired Judge Rohinton Fali Nariman Ka Bayan)
उन्होंने आगे अपने भाषण में सुप्रीम कोर्ट (Retired Judge Rohinton Fali Nariman) से आग्रह किया कि वह अपनी शक्ति का इस्तेमाल करें और धारा 124 ए (Section 124A) और UAPA कानून के कुछ हिस्सों को खत्म कर दें, ताकि नागरिक खुलकर सांस ले सकें। वैश्विक कानून सूचकांक (global law index ) में भारत की रैंक 142 है, वजह यहां कठोर और औपनिवेशिक कानून (colonial law) अभी भी मौजूद है।
बता दें, हाल ही में सुप्रीम कोर्ट से जस्टिस नरीमन ने भारत के चीन और पकिस्तान से हुए युद्ध पर बात करते हुए कहां था कि औपनिवेशिक कानून व गैरकानूनी गतिविधि निषेध अधिनियम अंग्रेजों का कानून है। इसमें अग्रिम जमानत नहीं होती। इसमें 5 साल तक की जेल होती है। जस्टिस नरीमन ने कहां कि इस लोकतांत्रिक देश में अब तक धारा 124ए चल रही हैं। इसपर विचार किया जाना चाहिए।
कौन हैं जस्टिस नरीमन रोहिंटन फली नरीमन? (Kaun Hain Justice Rohinton Fali Nariman)
रोहिंटन फली नरीमन (Retired Judge Rohinton Fali Nariman) भारत के सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश हैं। न्यायाधीश के रूप में कार्य करने से पहले, उन्होंने सर्वोच्च न्यायालय में एक वरिष्ठ वकील के रूप में काम किया। उन्हें 23 जुलाई, 2011 को भारत का सॉलिसिटर जनरल नियुक्त किया गया था। जिसके साथ ही बार काउंसिल ऑफ इंडिया के सदस्य के रूप में भी काम कर चुके हैं। जस्टिस नरीमन 1993 ने 37 साल की कम उम्र में जस्टिस वेंकटचलैया द्वारा एक वरिष्ठ वकील के रूप में काम किया था। जस्टिस नरीमन 7 जुलाई, 2014 को सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश बनें। वह सुप्रीम कोर्ट के पांचवें जज हैं। 12 अगस्त,2021 को 65 साल की उम्र में वह रिटायर हुए।
supreme court News , supreme court of india , Latest News supreme court , Judges of Supreme Court , List of Supreme Court and High Courts Judges , supreme court case status , supreme court kya hai , supreme court Ka Faisla , supreme court ka adesh