Tamil Nadu Helicopter Crash : हेलिकॉप्टर क्रैश में मारा गया आगरा का ये बेटा, हादसे के दौरान पृथ्वी सिंह थे पायलट
Tamil Nadu Helicopter Crash : सीडीएस रावत के साथ वायुसेना ने एक जाबांज पायलट पृथ्वी चौहान को भी खो दिया है।
Tamil Nadu Helicopter Crash : सीडीएस बिपिन रावत की शहादत (CDS Bipin Rawat Helicopter Crash) पर पूरा देश शोक में डूबा है। लेकिन आगरा वासियों का दुख हादसे के बाद दोहरा है। हेलीकॉप्टर हादसे में सीडीएस बिपिन रावत के साथ आगरा के लाल पृथ्वी सिंह चौहान (Agra Lal Prithvi Singh Chauhan) की भी शहादत हुई हैं। पृथ्वी सिंह ही उस हेलीकॉप्टर के पायलट थे। जिस हेलीकॉप्टर से दुखद हादसा हुआ है ।
हादसे में सीडीएस रावत के साथ वायुसेना (indian army helicopter crash today) ने एक जाबांज पायलट पृथ्वी चौहान को भी खो दिया है। हालांकि भारतीय वायुसेना की तरफ से अभी तक उन्हें अधिकारिक सूचना नहीं मिली है। लेकिन पृथ्वी की पत्नी ने इस दुखद घटना की पुष्टि परिवार में कर दी है ।
बेटा जल्दी ही उनसे मिलने घर आने वाला था
हादसे की जानकारी के बाद शहीद पृथ्वी सिंह चौहान (Prithvi Singh Chauhan) के दयालबाग सरण नगर स्थित घर पर रिश्तेदारो और पड़ोसियों की भीड़ जुटी हुई है । एकलौते बेटे की मौत की खबर के बाद 75 वर्षीय पिता सुरेंद्र सिंह सकते में है । आंखों में आशु है । चेहरे पर बेबसी है ।
उन्हें बेटे की बाते याद आ रही है । बेटे ने आंख का इलाज करवाने का वादा किया था । लेकिन अब सब कुछ अधूरा रह गया है । पृथ्वी सिंह के पिता सुरेंद्र सिंह ने बताया कि 3 दिन पहले बेटे का फोन आया था बहुत सारी बातें की थी बेटा जल्दी ही उनसे मिलने घर आने वाला था।
लेकिन अब उसकी मौत की खबर आई है सुरेंद्र सिंह ने बताया कि पृथ्वी सिंह चार बहनों में सबसे छोटा है उनका बेटा बेहद मिलनसार था जिससे मिलता था उसका दिल जीत लेता था उन्होंने बताया कि आखिरी बार बेटा रक्षाबंधन पर घर आया था । तीन बहनों के साथ उसने धूमधाम से रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया था ।
जाबांज पायलट्स में होती थी पृथ्वी की गिनती
पृथ्वी के युद्ध कौशल की वायुसेना(Airforce) कायल थी। सूडान में विशेष ट्रेनिंग लेने के बाद पृथ्वी की गिनती वायुसेना के जाबांज पायलट्स में होती थी। पृथ्वी सिंह चौहान वर्तमान में कोयम्बटूर के पास एक एयरफोर्स स्टेशन पर तैनात था।
दोपहर में जब हेलीकॉप्टर क्रेश होने की खबर आई तो बड़ी बेटी शकुंतला ने अपने भाई पृथ्वी को फोन किया। उनका फोन स्विच ऑफ जा रहा था। इस पर बहू कामिनी को संपर्क साधा, कामिनी ने इस दुखद हादसे की जानकारी दी।एयरफोर्स ज्वाइन करने के बाद पृथ्वी की पहली पोस्टिंग हैदराबाद हुई थी।
इसके बाद वे गोरखपुर, गुवाहाटी, ऊधमसिंह नगर, जामनगर, अंडमान निकोबार सहित अन्य एयरफोर्स स्टेशन्स पर तैनात रहे। उन्हें एक वर्ष की विशेष ट्रेनिंग के लिए सूडान भी भेजा गया था।