लॉकडाउन का ऐलान: गृहमंत्री का राज्य सरकारों को इशारा, खुद चाहे तो लगा सकते हैं
प्रदेशों की बिगड़ती स्थिति से उभरने के लिए राज्य सरकारें खुद चाहे तो लॉकडाउन लगा सकती हैं।
नई दिल्ली: पूरे देश में कोरोना के तेजी से बढ़ते आकड़ों से आफत मची हुई है। ऐसे में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा है कि सरकार ने कोविड की दूसरी लहर की गंभीरता को किसी भी सूरत में न कम आंका और न ही ऐसा करने का उसका इरादा ही रहा है। महामारी के प्रदेशों की बिगड़ती स्थिति से उभरने को लॉकडाउन की संभावना पर इसे राज्यों के विवेक पर छोड़ने का इशारा किया।
महामारी की दूसरी लहर पर अमित शाह ने कहा कि बात सिर्फ भारत की नहीं है, अन्य देशों में भी कोविड की अगली लहर कहीं ज्यादा खतरनाक साबित हुई है। वहीं दूसरे देशों की आबादी और वहां हुए नुकसान की तुलना अगर भारत की आबादी के हिसाब से करें, तो हम यह बात दावे के साथ कह सकते हैं कि भारत ने कोविड से लड़ने में अपेक्षाकृत बेहतर किया है।
कोरोना के बढ़ते मामलों से राज्यों को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि राज्य सरकारों मिलकर इस आपदा से लड़ना होगा। देश में रेमडेसिवर दवा और ऑक्सिजन की कमी नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार हालात की समीक्षा कर रहे हैं। चुनावी रैलियों का बचाव करते हुए कहा कि चुनाव आयोग ने नए निर्देश दिए हैं, उसका पालन हो रहा है। पीएम की रैलियों में भी हर मानक का पालन हो रहा है।
इसके साथ ही पश्चिम बंगाल को लेकर अमित शाह ने दावा किया कि भाजपा कम-से-कम 200 सीट जीतेगी। इस बारे में उन्होंने कहा कि ऐसा मीडिया में दिखता है और जय श्री राम का नारा सिर्फ धार्मिक नारा नहीं है, बल्कि यह पश्चिम बंगाल की जनता के दर्द को भी सामने लाता है। सीएएए-एनआरसी लागू होने पर अल्पंख्यकों के हितों की रक्षा किस तरह होगी और यह सवाल तब पूछा जाना चाहिए जब यह अमल में आएगा।
आगे अमित शाह ने कांग्रेस और राहुल के बारे कहा कि यह कंफ्यूज सेकुलर पार्टी है। पश्चिम बंगाल में अब्बास सिद्दीकी तो महाराष्ट्र में शिवसेना के साथ गठबंधन करती है। शुभेंदु अधिकारी सहित दूसरे दलों के कई नेताओं, जिन पर पहले भ्रष्टाचार के आरोप लग चुके हैं।