Book On PM Modi: पीएम मोदी के परिवार को कोई जानता तक नहीं, जानिए ऐसा क्यों बोले अमित शाह
20 साल पूरे होने पर उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने पीएम नरेंद्र मोदी की पुस्तक का विमोचन किया। किताब विमोचन के मौके पर अमित शाह ने पीएम मोदी की निजी बातों को भी साझा किया।
Book On PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) का सियासी सफर तो काफी पहले से शुरू हो चुका है, लेकिन बीते दो दशक से अधिक समय से वो राज्य और केंद्र की सत्ता में शीर्ष पर रहे हैं। 2001 में पहली बार गुजरात के मुख्यमंत्री बने पीएम मोदी 2014 में तब तक इस पद पर बने रहे, जब तक केंद्र में प्रधानमंत्री की कुर्सी उनके लिए पक्की नहीं हो गई । 2014 से उन्होंने देश की कमान संभाल रखी है। सत्ता में उनके 20 साल पूरे होने के अवसर पर बुधवार को एक किताब का विमोचन किया गया।
इसका विमोचन उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू (Vice President Venkaiah Naidu) ने किया। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के सबसे विश्वस्त और भरोसेमंद सहयोगी के तौर पर देखे जाने वाले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) भी मौजूद थे। पीएम मोदी और अमित शाह एक दूसरे को कई दशकों से जानते हैं। यही वजह है कि किताब विमोचन के मौके पर शाह ने पीएम मोदी की निजी बातों को भी साझा किया।
अमित शाह ने साझा किया किस्सा
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Union Home Minister Amit Shah) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को बेहद संवेदनशील बताते हुए एक किस्सा साझा किया। उन्होंने बताया कि जब वो बीजेपी के अध्यक्ष थे, तब पीएमओ में एक बैठक हो रही थी। बैठक वाले कमरे के बाहर एक मोर बार – बार खिड़की के शीशे पर चोट मार रहा था। यह देखकर पीएम मोदी ने फौरन अपने स्टाफ को बुलाया और मोर के लिए कुछ खाने का इंतजाम करने को कहा। उन्होंने पीएम मोदी को एक अच्छा श्रोता बताते हुए कहा कि वह लंबे समय तक बातों को याद रखते हैं।
पीएम मोदी के परिवार को कोई नहीं जानता
अमित शाह (Amit Shah) ने कहा कि प्रधानमंत्री के लिए पूरा देश और समाज परिवार की ही तरह है। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि पीएम अपने परिवार के लिए नहीं बल्कि देश के बारे में सोचते हैं। इसलिए शायद ही कोई नेता ऐसा होगा, जिसके परिवार को कोई जानता तक नहीं है। पीएम मोदी को धुर राष्ट्रभक्त बताते हुए शाह ने कहा कि वह हर फैसला गरीब को केंद्र में रख कर लेते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के कार्य का मूल्यांकन करते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि जब वह पहली बार मुख्यमंत्री बने तब तक उन्होंने एक बार भी चुनाव नहीं लड़ा था। बता दें कि पीएम मोदी (PM Modi) के इस किताब में 21 जाने माने लोगों को लेख शामिल किया गया है। इस किताब की प्रस्तावना भारत रत्न दिवंगत स्वर कोकिला लता मंगेशकर ने लिखी थी।
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