Indian Railway News: सर्दियों में रेल यात्रियों को चाहिए कंबल तो देने होंगे 300 रुपए, फिर मिलेंगे 'डिस्पोजल बेडरोल'

Indian Railway News: लेकिन देश के विभिन्न हिस्सों में लगातार हो रही बारिश के बाद ठंड बढ़ने लगी है। ऐसे में रेल सफर थोड़ा मुश्किलों भरा होने लगा है, क्योंकि कोरोना की पहली लहर के बाद से ट्रेनों में बेडरोल को बंद कर दिया गया है।

Written By :  aman
Published By :  Shweta
Update:2021-10-20 15:40 IST

रेल (फोटो सोशल मीडिया)

Indian Railway News: कोरोना महामारी की तीसरी लहर के अब नहीं के बराबर आने की संभावना विशेषज्ञों द्वारा जताई जाने के बाद से आम लोग एक बार फिर रेल सफर (Railway safar) को प्राथमिकता देने लगे हैं। रेल का सफर आमजन के लिए सस्ता और सुविधाजनक भी (indian railway me kya hai suvidha) होता है। लेकिन देश के विभिन्न हिस्सों में लगातार हो रही बारिश के बाद ठंड बढ़ने लगी है। ऐसे में रेल सफर थोड़ा मुश्किलों भरा होने लगा है, क्योंकि कोरोना की पहली लहर के बाद से ट्रेनों में बेडरोल को बंद कर दिया गया है।

अब जब सर्दियां बढ़ने लगी है । रेल यात्रा सामान्य (railway yatra karte samay kya rakhe) होने लगी है, तब एक बार फिर बेडरोल की मांग उठने लगी है। लेकिन अभी तक भारतीय रेलवे ने पहले की तरह ट्रेनों में बेडरोल की सुविधा शुरू नहीं की है। हालांकि यात्रियों को फिर से बेडरोल उपलब्ध करवाने को लेकर रेलवे बोर्ड में मंथन का दौर चल रहा है।

ऑन बोर्ड ऑन डिमांड

इस पूरे मामले में, रेलवे का कहना है कि बेडरोल की सुविधा को लेकर अभी समीक्षात्मक बातें हो रही हैं। जल्द ही कोई फैसला लिया जाएगा। इस बीच दिल्ली सहित कई रेल मंडल की ट्रेनों में ऑन बोर्ड ऑन डिमांड 'डिस्पोजेबल ट्रेवल बेडरोल किट' की सुविधा देने जा रही है। इसके लिए यात्रियों को 300 रुपए  ( railway ticket price) भी चुकाने होंगे। लेकिन रेलवे ने जिस तरह की यह किट तैयार की है, वह यात्रियों की सुविधा और जरूरतों को देखते हुए काफी सस्ती है।

95 प्रतिशत ट्रेनें फिर से पटरी पर

बता दें कि कोरोना महामारी की पहली और दूसरी लहर के तमाम दिक्कतों और परेशानियों के बीच रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के मद्देनजर अधिकांश रूट पर रेल सुविधाएं शुरू कर दी हैं। कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत 95 प्रतिशत ट्रेनें फिर से चलने लगी हैं। इनमें 90 फीसदी से अधिक बर्थ की बुकिंग भी हो रही है। लेकिन पहले की तरह प्रीमियम, मेल एक्सप्रेस और सुपरफास्ट ट्रेनों के एसी कोचों में अभी तक बेडरोल की सुविधा शुरू नहीं की गई है।

दिल्ली मंडल ने पांच दर्जन ट्रेन में दी ये सुविधा

हालांकि, सामान्य कोच के यात्री जहां अपने बिस्तर और चादर घर से लेकर चल रहे हैं, वहीं एसी कोच में सफर करने वाले यात्रियों के लिए स्टेशन पर डिस्पोजेबल ट्रेवल बेडरोल की सुविधा दी गई है। दिल्ली मंडल ने भी अपने यहां से चलने वाली पांच दर्जन रेलगाड़ियों में डिस्पोजल बेडरोल उपलब्ध करवाने की सुविधा शुरू की है।

तीन कीमत में होगी ये किट

यात्रियों को बता दें, कि 300 रुपए में मिलने वाले इस किट में यात्रियों को नॉन वोवन ब्लैंकेट, नॉन वोवन बेडशीट, नॉन वोवन पिलो, पिलो कवर, डिस्पोजेबल बैग, टूथपेस्ट, टूथब्रश, हेयर ऑयल, कंघी, सैनिटाइजर सैशे, पेपर सोप और टिश्यू पेपर मिलेंगे। जबकि, एक अन्य किट जिसकी कीमत 150 रुपए है, उसमें यात्रियों को केवल एक कंबल मिलेगा। जबकि, तीसरी, मॉर्निंग किट है। जिसकी कीमत केवल 30 रुपए है। उसमें यात्रियों को टूथपेस्ट, टूथब्रश, हेयर ऑयल, कंघी, सैनिटाइजर सैशे, पेपर सोप और टिश्यू पेपर मिलेंगे।

अभी घर से ही ले जाते हैं कंबल-चादर

उल्लेखनीय है कि ट्रेन में स्लीपर और एसी कोच में यात्रियों को बेडरोल देने की सुविधा कोरोना महामारी से पहले तक उपलब्ध थी। लेकिन कोविड- 19 संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए रेलवे की ओर से बेडरोल/कंबल दिया जाना बंद कर दिया गया है। यात्रियों को इस्तेमाल में लाने वाले चादर, कंबल आदि घर से ही लाने को कहा गया है।

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