Firozabad Crime News: झोलाछाप डॉक्टर बेखौफ होकर चला रहे क्लीनिक, तीन दिन में महिला समेत दो मौतें

Firozabad Crime News: फिरोजाबाद जिले में थाना दक्षिण क्षेत्र मोहल्ला हिमाऊपुर में झोलाछाप डॉक्टर धड़ल्ले से क्लीनिक चलाता है।

Report :  Brajesh Rathore
Published By :  Divyanshu Rao
Update: 2021-08-27 09:46 GMT

डॉक्टर की प्रतीकात्मक तस्वीर (फोटो:सोशल मीडिया)

Firozabad Crime News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फिरोजाबाद (Firozabad) जिले में थाना दक्षिण क्षेत्र मोहल्ला हिमाऊपुर में झोलाछाप डॉक्टर धड़ल्ले से क्लीनिक चलाता है। अपने ही मकान में बनाए क्लीनिक में झोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही से 3 दिन में दूसरी मौत हो गई है। आपको बता दें कि भारत सरकार कोरोना की तीसरी लहर की पूरी तरीके से जनता से अपील करते हुए तैयारियां कर रही है। इधर डेंगू का प्रकोष्ठ पूरी तरह फिरोजाबाद में फैल चुका है। जिससे कई बच्चों की जाने भी जा चुकी है।

जिसके बाद कई बार जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह ने स्वास्थ्य दिमाग की टीम बनाकर झोलाछाप डॉक्टरों पर कार्रवाई करने के कड़े निर्देश भी दिए हैं। मगर स्वास्थ्य विभाग इन सब पर पलीता लगाने का काम कर रहा है। ऐसा ही मामला आज थाना दक्षिण क्षेत्र मोहला हिमाउपुर में सामने आया है। जहां नई आबादी में रहने वाले अजय कुमार उर्फ पिद्दी की पत्नी मुन्नी उम्र 30 वर्ष को बुखार आया था। जिसके बाद अजय कुमार अपनी पत्नी के इलाज के लिए रिश्तेदारी में रुपए लेने गए।

परिजन झोलाछाप डॉक्टर के पास इलाज के लिए ले गए थे 

जिसके बाद उसके पत्नी की हालत बिगड़ गई। और परिजन मोहल्ला हिमाऊपुर में एक शीटू नामक झोलाछाप डॉक्टर के पास इलाज के लिए ले गए। और वहां झोलाछाप डॉक्टर सीटू ने मुन्नी को उपचार दिया। जिसके बाद मुन्नी देवी की हालत बिगड़ती चली गई। और झोलाछाप डॉक्टर सीटू घबरा गया। जिसके तुरंत 10 मिनट बाद ही मुन्नी देवी की मौत हो गई।

झोलाछाप डॉक्टर ने परिजनों से कहा आप के मरीज की तबीयत ज्याद खराब है

झोलाछाप डॉक्टर ने परिजनों से कहा कि आप के मरीज की तबीयत ज्यादा खराब है। कहीं दूसरी जगह दिखा लो। जब परिजन ओटो लेने गए। वैसे ही तब तक कुछ परिजन समझ पाते झोलाछाप डॉक्टर सीटू ने अपने दो चार साथियों के साथ ई  में मृतक मुन्नी देवी को रिक्शा करके जिला अस्पताल ट्रामा सेंटर इमरजेंसी ले गए। वहां डॉक्टरों को मुन्नी को मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद झोलाछाप डॉक्टर ने मृतक महिला के शव को छोड़कर फरार हो गया।

डॉक्टर की प्रतीकात्मक तस्वीर (फोटो:सोशल मीडिया)


झोलाछाप डॉक्टर बचने के लिए मृतक महिला को ट्रामा सेंटर में भर्ती करा दिया 

जिसके बाद जैसे ही परिजनों ओटो लेकर वहां पहुंचे तो तब  झोलाछाप डॉक्टर ने बताया कि हमने आप के मरीज को सरकारी ट्रॉमा सेंटर इमरजेंसी भेज दिया है। जब परिजनों ने यह सुना तो दंग रह गए। जिसके बाद परिजन आनन-फानन में सरकारी ट्रॉमा सेंटर पहुंचे। तो डॉक्टरों ने बताया कि इस महिला की 2 घंटे पहले ही मौत हो चुकी है।

इस झोलाछाप डॉक्टर का यह पहला मामला नहीं है

आखिर कब तक झोलाछाप डॉक्टरों से लोगों की जाने जाती रहेगी। कौन है इसका जिम्मेदार। यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा। कि झोलाछाप डॉक्टर पर किस तरह की कार्यवाही की जाएगी। अगर देखा जाए तो झोलाछाप डॉक्टर सीटू का यह मामला पहला नहीं है। आज से तीन दिन पहले थाना उत्तर क्षेत्र गंगानगर नई आवाज में रहन वाले कार्तिक पुत्र राकेश कुमार उम्र 4 वर्ष की भी इस झोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही से मौत हुई थी।

मगर वह पीड़ित व्यक्ति भगवान पर भरोसा करते हुए घर बैठ गया। आज तक उस परिवार में मातम छाया हुआ है। कई वर्षों से झोलाछाप डॉक्टर अपने क्लीनिक को बेखौफ धड़ल्ले से चला रहा है। झोलाछाप डॉक्टर शीटू फिरोजाबाद में कई जगह क्लीनिक खोल चुका था। मगर कहीं नहीं चला अंत में आकर उसने अपने मोहल्ले में ही धड़ल्ले से अपने मकान से ही मरीजों का इलाज कर क्लीनिक चलाता है।

परिजनों ने झोलछाप डॉक्टर के घर के सामने मृतक महिला का शव रखा

वहीं जब थाना दक्षिण प्रभारी अनूप तिवारी के पास लिखित में प्रार्थना पत्र लेकर मृतक के परिजन पहुंचे।जिसपर पुलिस ने मामले का संज्ञान में न लेते हुए स्वास्थ्य विभाग पर टाल दिया गया। जिसके बाद मृतक मुन्नी देवी के शव को उठाकर परिजनों ने झोलाछाप डॉक्टर के घर पर रख दिया। वहां सैकड़ों की संख्या में भीड़ हो गई। जिसके बाद थाना दक्षिण पुलिस भी मौके पर पहुंचकर मृतक के परिजनों को समझा-बुझाकर शव को पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

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