जेलों की सुरक्षा पर 4 G का खतरा, बेअसर जैमर्स, अपराध नेटवर्क का तोड़ खोजने में जुटी सरकार
प्रदेश की जेलों में सुरक्षा की दृष्टि से लगाए गए जैमर 4 जी को जाम करने में असफल साबित हुए हैं। इस खुलासे ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है और वह जैमर्स को असरदार बनाने के लिए नई तकनीकों पर गौर कर रही है।
इलाहाबाद: 4 जी नेटवर्क ने जेलों की सुरक्षा को लेकर सरकार की चिंता बढ़ा दी है। जेलों में लगे जैमर 4जी नेटवर्क को जाम नहीं कर पा रहे हैं। स्थिति से निपटने के लिए सरकार ने नई तकनीक की मदद से जेलों के जैमर अपग्रेड करने का फैसला किया है।
बेअसर जैमर
प्रदेश की जेलों में सुरक्षा की दृष्टि से लगाए गए जैमर 4 जी को जाम करने में असफल साबित हुए हैं।
इस खुलासे ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है और वह जैमर्स को असरदार बनाने के लिए नई तकनीकों पर गौर कर रही है।
कारागार मंत्री जय कुमार सिंह ने कहा कि जेलों की सुरक्षा और अपराधियों का नेटवर्क तोड़ने के लिए सरकार 4जी नेटवर्क पर अंकुश के प्रयासों में जुट गई है।
कारागार मंत्री ने कहा कि सरकार ने नई तकनीक की मदद से जेलों के जैमर अपग्रेड करने का फैसला किया है।
जय कुमार सिंह ने कहा कि सरकार शुरुआत में करीब दो दर्जन जेलों के जैमर अपग्रेड करने पर विचार कर रही है।
कारागार मंत्री ने कहा कि जेल से हो रही 4 जी कॉल्स चिंता का विषय हैं, और इनका तोड़ खोजा जा रहा है।
जय कुमार सिंह ने कहा कि कैदियों का अपराध नेटवर्क तोड़ने के लिए उन्हें दूरदराज जेलों में स्थानांतरित करने पर भी विचार हो रहा है।
70 पार कैदियों की रिहाई
सूबे में कैदियों की बड़ी संख्या को देखते हुए नई जेलों के निर्माण और मौजूदा जेलों में बैरक बढ़ाने की भी तैयारी की जा रही है।
कारागार मंत्री ने बताया कि 15 साल की सजा काट चुके 70 वर्ष से अधिक उम्र के कैदियों की रिहाई के लिए सरकार नई नीति बना रही है।