औरैयाः यूपी में एक ऐसा थाना जहां खुलेआम मयखाना चलता था। जाम लड़ते थे और महफिलें सजती थीं। इतना ही नहीं यहां अवैध शराब की सप्लाई भी होती थी। शहर कोतवाली में 1806 बोतल शराब बरामद हुई हैंं। थानें में बिना किसी कागजी कार्रवाई के इतनी बड़ी शराब की खेप मिलने से हड़कंप मच गया है। शराब बकायदा सुरक्षित ताले में बंद करके मालखाने में रखी हुई थी इसलिए पुलिस पर सवाल उठ रहे हैं।
हालांकि इस मामले में अभी कितनी सत्यता है,शराब कहां से आई?कौन-कौन इसमें शामिल है? कब से यहां शराब रखी हुई थी? जांच के बाद ही यह सामने आएगा। फिलहाल अजीतमल के सीओ नरेश सिंह यादव ये पता कर रहे हैं कि शराब आई कहां से थी और मालखाने में आखिर रखी कैसे गई।
क्या है मामला?
-अजीतमल के सीओ नरेश सिंह यादव बुधवार को औरैया कोतवाली पहुंचे। मालखाने में उन्होंने ताला लगा देखा।
-चाबी मांगने पर पता चला कि पहले रहे एसओ नन्हे लाल चाबी साथ ही ले गए हैं। बाद में चाबी लेकर नन्हे लाल आए।
-मालखाना खोला गया तो वहां बड़ी तादाद में अवैध शराब की बोतलें मिलीं।
-मालखाने के रजिस्टर में 5 पेटी शराब दर्ज है, लेकिन जो शराब मिली उसके बारे में रजिस्टर में कुछ नहीं लिखा है।
-सवाल ये उठ रहा है कि मालखाने की चाबी मुंशी के पास होनी चाहिए, तो फिर पूर्व एसओ चाबी क्यों ले गए और शराब आखिर कहां से आई।
क्या कह रहे हैं सीओ?
-सीओ नरेश सिंह यादव के मुताबिक मालखाने के रजिस्टर के इंदराज के मुताबिक यहां 5 पेटी शराब होनी चाहिए थी।
-अवैध शराब की 1806 बोतलें कहां से आईं, ये पूर्व एसओ ही बता सकते हैं। चाबी भी उनके पास थी।
-वहीं, पूर्व एसओ नन्हे लाल का कहना था कि मालखाने वाला कमरा हाल ही में बना है।
-इसकी चाबी अलग-अलग लोगों के पास रहती है। हालांकि, अवैध शराब के बारे में वह जवाब नहीं दे सके।