Indore Crime News: चिमटा गैंग ऐसे करते थे एटीएम मशीन से चोरी, पुलिस की क्राइम ब्रांच ने किया गिरफ्तार
Indore Crime News: पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 'चिमटा गैंग' के दो सदस्यों को प्रतापगढ़ से गिरफ्तार किया है। गिरोह से एटीएम और विशेष प्रकार का चिमटा, पेचकस, कैश बरामद हुआ है।
Indore Crime News: चोरी और ठगी को अंजाम देने वाले एक नए गैंग 'चिमटा गैंग' (chimta gang) का खुलासा पुलिस की क्राइम ब्रांच ने किया है। यह चिमटा गैंग एटीएम मशीन में चिमटा फंसाकर रुपये निकालता था। पुलिस ने गैंग के दो सदस्यों को क्राइम ब्रांच ने प्रतापगढ़ (Pratapgarh) से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपितों ने मप्र, छग, गुजरात, पंजाब और उत्तर प्रदेश में तीन तरीकों से करोड़ों की ठगी और चोरी कबूल की है।
बता दें कि पुलिस की क्राइम ब्रांच (crime branch) ने गिरोह से एटीएम और विशेष प्रकार का चिमटा, पेचकस, कैश बरामद हुआ है। कॉल डिटेल और मोबाइल लोकेशन (mobile location) के आधार अन्य जगहों की घटनाएं जांची जा रही है। एएसपी (क्राइम) गुरुप्रसाद पाराशर ने बताया कि परदेशीपुरा, हीरानगर, ग्वालटोली, लसूड़िया और चंदननगर क्षेत्र में हुई वारदातों में पुलिस ने बरगंज उर्फ सावनसिंह, मनीष कुमार और मेहताब हसन को गिरफ्तार किया था।
मोबाइल लोकेशन के आधार पर ढूंढा
पूछताछ में खुलासा हुआ गिरोह में जितेंद्र उर्फ धीरु पुत्र ज्ञानसिंह सोमवंशी निवासी कर्मचंदपुर लालगंज जेठवारा प्रतापगढ़ और दीपक उर्फ फतेहबहादूर पुत्र वीरेंद्रसिंह निवासी सहिजनपुर बलिकरणगंज मांधाता प्रतापगढ़ भी शामिल था। क्राइम ब्रांच ने आरोपितों को मोबाइल लोकेशन के आधार पर ढूंढा और छापा मार गिरफ्तार कर लिया। हालांकि पुलिस ने हीरानगर थाना की मदद से भानगढ़ क्षेत्र से गिरफ्तारी दर्शाई है।
एएसपी के अनुसार आरोपितों ने दुर्ग, भिलाई, रायपुर, बालाघाट, बरघाट, सिवनी सहित गुजरात, पंजाब और उत्तर प्रदेश के कई शहरों में करोड़ों रुपये की चोरी व ठगी करना कबूल कर लिया है। एएसपी के मुताबिक आरोपित बिहार के गिरोह से जुड़े है।
आरोपितों ने बताया कि कैसे करते हैं ठगी
आरोपितों ने बताया कि तीन तरीकों से ठगी करते है। जिस शहर में रहते है वहां वारदात करने से बचते है। किराये की कार लेकर समीपस्थ राज्य में निकल जाते है और ऐसे एटीएम की रैकी करते है जहां गार्ड नहीं होते। यहां चिमटानुमा औजार फंसा देते है। दूसरा तरिका एटीएम का क्लोन करने का है। बिहार की गैंग क्लोन करने की मशीन मुहैया करवा देती है। तीसरा तरीका ग्राहकों के एटीएम कार्ड बदल कर ठगी करना है।