लखनऊ: किंग जॉर्ज मेडिकल कालेज में डॉक्टरों और कर्मचारियों के बीच हुए विवाद के चलते कर्मचारियों ने हड़ताल कर दी है। विवाद के बाद हड़ताली कर्मचारियों और डॉक्टरों के बीच तीखी नोक झोक हुई है। हंगामे, बवाल और तोड़फोड़ की घटनाओं के बीच केजीएमयू छावनी में बदल गया है।
जूनियर रेजिडेंट डॉक्टरों और पैथालाजी कर्मचारियों के बीच हाथापाई से शुरू हुआ विवाद उग्र होता गया। लेकिन मेडिकल कालेज प्रशासन मूकदर्शक बना रहा है। हंगामे और बवाल के चलते फैज़ाबाद से ईलाज कराने मेडिकल कालेज पहुँचा मासूम हड़ताल के चलते ज़िन्दगी की जंग हार गया है।
KGMC में कर्मचारियों और छात्रों के बीच विवाद, अस्पताल में तोड़-फोड़, हंगामा जारी
मेडिकल कालेज में हाल के दिनों का सब से बड़ा बवाल जारी है। जूनियर रेजिडेंट डॉक्टरों और पैथालाजी कर्मचारियों के बीच हाथापाई से शुरू हुआ विवाद इतना ज़्यादा बढ़ गया है, कि जूनियर डॉक्टरों के समर्थन में सीनियर डॉक्टर भी आ गए हैं। जिस के बाद डॉक्टरों और कर्मचारियों के बीच झड़प के हालात पैदा हो गए। हालात बेकाबू होते देख चौक कोतवाली के अलावा आसपास के थानों की पुलिस फ़ोर्स को भी मौके पर बुलाया गया है।
लोकल पुलिस के मेडिकल कालेज में चप्पे चप्पे पर रैपिड एक्शन फ़ोर्स को तैनात किया गया है। हंगामे और बवाल के बीच कर्मचारियों ने लैब, पैथालॉजी कलेक्शन सेन्टर, पीआरओ ऑफिस में कर्मचारियों ने ताला जड़ दिया है, और मेडिकल कालेज के सभी कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं। प्रदर्शनकारियों ने प्रशासनिक भवन और ओपीडी में भी तोड़फोड़ की है जिस की वजह से ओपीडी सेवाएँ भी ठप्प हो गई हैं।
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मेडिकल कालेज में उपद्रव के चलते डेढ़ साल की मासूम बच्ची की जान चली गई है। फैज़ाबाद से बच्ची को ईलाज के लिए ट्रॉमा सेन्टर लाया गया था। लेकिन हड़ताल और हंगामे के चलते ईलाज के आभाव में बच्ची ने दम तोड़ दिया है। हड़ताल, हंगामे और उग्र प्रदर्शन के चलते एमरजेंसी में ईलाज कराने आने वालों को भारी दिक़्क़तों का सामना करना पड़ रहा है।
मेडिकल कालेज में बवाल के लोग मरीज़ों को प्राईवेट हॉस्पिटल ले जाने को मजबूर हो रहे हैं। मालूम हो की ट्रॉमा सेंटर में लखनऊ व आसपास के ज़िलों से गंभीर रोगियों को ईलाज के लिए लखनऊ लाया जाता है।