Lucknow Crime News: सीयूजी नंबरों से अधिकारियों को फोन करने वाला जालसाज गिरफ्तार
Lucknow Crime News: जालसाज अपनी जालसाजी की घटनाओं को अंजाम देने में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सीधे जुड़े अधिकारियों के नाम का भी प्रयोग करने से नहीं चूकते हैं।
Lucknow Crime News: राजधानी लखनऊ में जालसाजों का एक पूरा नेटवर्क सक्रिय भूमिका में अपना काम कर रहा है। मतलब ये जालसाज अपनी जालसाजी की घटनाओं को अंजाम देने में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सीधे जुड़े अधिकारियों के नाम का भी प्रयोग करने से नहीं चूकते हैं। राजधानी की थाना गौतमपल्ली पुलिस ने एक ऐसे ही जालसाज को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।
ये जालसाज मुख्यमंत्री योगी से सीधे जुड़े अधिकारियों के सरकारी सीयूजी नम्बर से अन्य विभागों के अधिकारियों को फोन कर उन पर काम करने का दबाव डालता था। बता दें कि राजधानी के थाना गौतमपल्ली पुलिस ने ऐसे जिस जालसाज को गिरफ्तार किया है उस आरोपी का नाम कुंवर नीरज चौधरी है। और यह आरोपी सूबे के जनपद सीतापुर का निवासी है।
पुलिस ने बताया कि यह जालसाज सीयूजी नम्बर 9454419789 से फोन करके राजधानी के लोक निर्माण विभाग के कार्याधिकारी पर काम करने का दवाब पिछले कई दिनों से बना रहा था। लोक निर्माण विभाग के कार्याधिकारी समीर वर्मा ने थाना गौतमपल्ली पुलिस को गोपनीय जानकारी दी कि उनके सरकारी मोबाइल नंबर पर कोई अज्ञात शख्स गलत काम करवाने के लिये उन पर लगातार पिछले कई दिनों से प्रेशर बना रहा है। उन्होने बताया कि ये शख्स अभिषेक कौशिक विशेष कार्याधिकारी मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश के नाम से उन्हें लगातार धमका भी रहा है।
राजधानी की गौतमपल्ली पुलिस ने बताया कि इस मामले में मुख्यमंत्री के विशेष कार्याधिकारी अभिषेक कौशिक ने पूरे मामले की जानकारी उक्त अज्ञात व्यक्ति के नाम से थाने में मामला दर्ज कराया था। मुकद्दमा दर्ज हो जाने के बाद थाना गौतमपल्ली पुलिस ने इस दिशा में अपनी जांच आगे बढ़ाई और विवेचना के दौरान आरोपी के बारे में जानकारी हासिल की।
गौतमपल्ली पुलिस की गिरफ्त में आये आरोपी ने यह कबूल कर लिया कि उसने सीयूजी सीरीज के नंबर से अपने गलत काम करवाने के लिये राजधानी के कई विभागों के बड़े अधिकारियों पर बेजा दबाव बनाया है। राजधानी की गौतमपल्ली थाना पुलिस ने इस जालसाज की गिरफ्तारी के बाद उससे पूंछतांछ की। इस आरोपी ने पूंछतांछ में पुलिस को बताया कि उसने मुख्यमंत्री से सीधे जुड़े अधिकारियों के सियूजी नम्बरों के माध्यम से कई अधिकारियों पर दवाब बना कर कुछ गलत काम करवाये हैं।