नकल पर नकेल: यूपी बोर्ड परीक्षा में इस बार एक कमरे में बैठेंगे 25 छात्र

Update: 2018-10-28 10:01 GMT

लखनऊ: यूपी बोर्ड परीक्षा अबकी बार और कड़ाई से कराई जायेगी। 2019 में होने वाली आगामी हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा में एक कमरे में अब 25 परीक्षार्थी ही बैठ सकेंगे। परीक्षा को नकलविहीन तरीके से संपन्न कराने के लिए छात्रों के बैठने के लिए तय मानक का कड़ाई से पालन किया जाएगा।

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एक मानक कमरे में 25 परीक्षार्थियों को बैठाया जा सकता है

बोर्ड के मानकों के अनुसार एक क्लासरूम की साइज 48 वर्गमीटर (8 मीटर गुणे 6 मीटर) होती है। एक छात्र को बैठने के लिए 20 वर्गफीट या 1.86 वर्गमीटर जगह की आवश्यकता होती है। इस लिहाज से एक मानक कमरे में 25 परीक्षार्थियों को बैठाया जा सकता है। केंद्र निर्धारण नीति के बिन्दु संख्या एक (ड) में क्षेत्रफल दिया गया है।

क्षेत्रफल का मानक तो पहले से है लेकिन इसे सेंटर पॉलिसी में शामिल नहीं किया जाता था। इसके चलते बच्चों को कमरों में भेड़-बकरी की तरह ठूंस दिए जाते हैं। इससे नकलविहीन परीक्षा कराना भी चुनौतीपूर्ण होता है क्योंकि जब बच्चे सट-सटकर बैठते हैं तो एक-दूसरे की कॉपी में ताक-झांक या नकल से रोकना संभव नहीं हो पाता।

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नकल की प्रवृत्ति को पूरी तरह से रोकने के लिए ही छात्र आवंटन का कड़ाई से पालन कराने की तैयारी है। इसके चलते छात्रसंख्या कम होने के बावजूद परीक्षा केंद्रों की संख्या में कमी नहीं होने की संभावना बताई जा रही है।

सचिव यूपी बोर्ड नीना श्रीवास्तव ने बताया कि एक स्टैंडर्ड क्लासरूम में औसतन 25 परीक्षार्थियों का आवंटन होगा। 2019 की बोर्ड परीक्षा के लिए केंद्र निर्धारण नीति में भी इस मानक को शामिल किया गया है। नकलविहीन और शुचितापूर्ण तरीके से परीक्षा कराना हमारी प्राथमिकता होगी।

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2019 के लिए छात्रसंख्या

हाईस्कूल: 3203041

इंटरमीडिएट: 2584957

कुल: 5787998

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