National Teachers Award 2022: राष्ट्रपति ने 45 शिक्षकों को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से किया सम्मानित
National Teachers’Award 2022: इन शिक्षकों ने कक्षाओं में नवीन शिक्षण विधियों को शुरू करने,छात्रों को सामुदायिक समर्थन के माध्यम से लड़कियों के बीच नामांकन बढ़ाने और रसोई बागवानी करने के लिए प्रोत्साहित किया था।
National Teachers'Award 2022: शिक्षक दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज यानी 05 सितंबर 2022 को शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले 45 शिक्षकों को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार 2022 से सम्मानित किया। इन शिक्षकों ने कक्षाओं में नवीन शिक्षण विधियों को शुरू करने,छात्रों को सामुदायिक समर्थन के माध्यम से लड़कियों के बीच नामांकन बढ़ाने और रसोई बागवानी करने के लिए प्रोत्साहित किया था।
राष्ट्रपति मुर्मू ने पहले उपराष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिवस पर 5 सितंबर को नई दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान इन शिक्षकों को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया।
नीचे कुछ सम्मानित शिक्षकों के नाम दिए गए हैं।
अमित कुमार
जवाहर नवोदय विद्यालय, ठियोग, हिमाचल प्रदेश के कंप्यूटर शिक्षक अमित कुमार ने छात्रों को विज्ञान और गणित विषय सीखने के लिए आसान विधि अपनायें। उन्होंने कंप्यूटर शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए एक साझा दृष्टिकोण अपनाया। ग्रामीण क्षेत्र के छात्रों के लिए उन्होनें नवीन दृष्टिकोण जैसे छात्रों द्वारा माइंड मैप्स का निर्माण, स्काइप के माध्यम से विभिन्न देशों के क्लासरूम के साथ छात्रों की बातचीत और वेकलेट का उपयोग करके सहयोगी शिक्षण विधि को आसान बनाया।
ममता अहारी
शासकीय प्राथमिक विद्यालय पी.सखाराम दुबे, रायपुर की शिक्षक ममता अहारी को ग्रामीण इलाकों में लड़कियों की नामांकन को बढ़ाने के लिए सामुदायिक समर्थन जुटाने के लिए जाना जाता है। उन्होंने विभिन्न तरीकों से राष्ट्रीय एकता गतिविधियों में बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए विशेष कार्य किए।
मोहम्मद जाबिर
शासकीय मध्य विद्यालय कारिथ, कारगिल, लद्दाख के शिक्षक मोहम्मद जाबिर ने 'छात्रों को सजा न देने' के सिद्धांत के आधार पर पढ़ाने के नए तरीके खोजे। उन्होंने अंग्रेजी व्याकरण, शब्दावली और सिखाने के लिए 'सीखते समय ताली' की तकनीक का इस्तेमाल किया। उन्होंने कोविड -19 महामारी के दौरान शिक्षा को सीखाने के लिए कई प्रयास किए।
अरुण कुमार गर्ग
जीएमएसएस दातवास, मानसा, पंजाब के शिक्षक अरुण कुमार गर्ग ने स्कूल में सीखने की प्रक्रिया को आसान बनाया जिनके प्रयासों की सराहना पूरे देश में हुई। उन्होंने किचन गार्डनिंग, सब्जेक्ट लैब्स और एक एजुकेशन विलेज जैसी नवीन अवधारणा पेश किया, जिससे छात्रों को उनके स्कूल में स्थायी जीवन शैली का अभ्यास करने में मदद मिली। गणित के शिक्षक होने के नाते उन्होंने गणित सीखने को और अधिक आसान बनाने के लिए शिक्षाशास्त्र के साथ नए तरीकें अपनाए।