education rule: 9वीं,10वीं और 11वीं परीक्षा के अंक जुड़ेंगे तब बनेगा 12वीं का परीक्षा परिणाम, जानें क्या है ये नया नियम

parakh report on 12 th result: कक्षा 9 के लिए 15 प्रतिशत, कक्षा 10 के लिए 20 प्रतिशत, कक्षा 11 के लिए 25 प्रतिशत और 12वीं के लिए 40 प्रतिशत का अंश शामिल हो। रिपोर्ट को कई राज्यों के साथ फीडबैक जानने के लिए शेयर किया गया है l

Written By :  Garima Shukla
Update: 2024-07-29 13:48 GMT

PARAKH REPORT ON EDUCATION: शिक्षा मंत्रालय को हाल ही में परख, नामक एक राष्ट्रीय मूलयांकन नियामक की तरफ से सौंपी गयी रिपोर्ट में कहा गया है कि किसी भी स्टूडेंट की 9वीं से लेकर 11वीं तक प्राप्त किये गए अंकों को 12वीं के फाइनल परफॉर्मेंस यानि प्राप्त अंको के साथ जोड़ा जाना चाहिए। रिपोर्ट सौंपने से पूर्व परख ने पिछले साल 32 स्कूल बोर्ड के साथ इस विषय पर गहन चर्चा की। इस रिपोर्ट को कई राज्यों की समीक्षा जानने के लिए शेयर किया जाएगाI 

रिपोर्ट में प्रस्तुत संस्तुति

परख ने हाल ही के दौरान शिक्षा मंत्रालय को एक रिपोर्ट प्रेषित की है इस रिपोर्ट के अंतर्गत सभी स्कूल से संबंधित बोर्ड्स के मूल्यांकन को एकत्रित करके उसे प्रस्तुत किया गया है। इस रिपोर्ट में जिस विशेष विचार पर चर्चा की गयी है उसमें ये प्रस्ताव रखा गया कि कक्षा 12 के अंतिम रिपोर्ट कार्ड में कक्षा 9, 10 एवं कक्षा 11 के प्रदर्शन को सम्मिलित तौर पर पेश किया जाना चाहिएI इस प्रदर्शन के अंतर्गत सभी कक्षा से संबंधित प्राप्त अंको के लिए अलग से वेटेज भी तय किये गए हैं. जिसमें कक्षा 9 हेतु15 प्रतिशत, कक्षा 10 हेतु 20 प्रतिशत, कक्षा 11 हेतु 25 प्रतिशत और 12वीं हेतु 40 प्रतिशत का अंश शामिल हो।

परीक्षा पत्र का प्रस्तुतिकरण

इस रिपोर्ट के में इस बात का भी प्रस्तुतिकरण है, परीक्षा पत्र का मूल्यांकन फॉर्मेटिव असेसमेंट और समेटिव असेसमेंट के आधार पर किया जाना उचित रहेगा। फॉर्मेटिव असेसमेंट के अंतर्गत जिस कार्यप्रणली को महत्व दिया जाए उसमें लगातार क्लासरूम असेसमेंट से संबंधित बच्चे का प्रगति कार्ड, ग्रुप डिस्क्शन और अन्य असाइनमेंट शामिल होना चाहिए। वहीं दूसरी तरफ समेटिव का मूल्यांकन टर्म-एंड परीक्षाओं के आधार पर किया जाना चाहिए।

यूपी सहित अन्य राज्यों ने दी है रिपोर्ट पर सला

इस प्रस्ताव पर सभी स्कूल बोर्ड्स की क्या राय है इसके तहत इस रिपोर्ट को सभी सभी स्कूल विभागों और संबंधित बोर्ड के साथ फीडबैक जाने के लिए शेयर किया जाएगा। पिछले सप्ताह जिन राज्यों से इस विषय पर चर्चा हुई है उसमें उत्तर प्रदेश, हरियाणा, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड और बिहार के बोर्ड से संबंधित अधिकारियों के साथ पहले राउंड की बातचीत हुई है। जिसमें राज्यों ने विभिन्न दृष्टिकोण के साथ अपने तर्क पेश किए और कहा कि कक्षा 9, 10 और 11 की परफॉर्मेंस को 12वीं के फाइनल रिपोर्ट कार्ड में एक साथ जोड़ने की जगह कक्षा 9 में से 40% स्कोर और कक्षा 10 के प्राप्त अंको के 60% को 10वीं के फाइनल स्कोर कार्ड में शामिल करना चाहिए। इसी तर्ज पर कक्षा 11 वीं के स्कोर को 40% और कक्षा 12वीं के 60% को स्कोर को 12वीं के फाइनल परिणाम में शामिल करना चाहिए।

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