DDU Admission 2022: परास्नातक के ‌विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश की काउंसिलिंग 6 सितंबर से

DDU Admission 2022: पहले चरण में कला, विज्ञान, वाणिज्य, मैनेजमेंट, कृषि, विधि एवं शिक्षा संकाय के अंतर्गत संचालित समस्त विभागों के परास्नातक पाठ्यक्रमों के लिए काउंसिलिंग 6 से 8 सितंबर तक होगी।

Written By :  Durgesh Sharma
Update:2022-09-03 19:12 IST

Admission in Different Postgraduate Courses from 6 September(Social Media)

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DDU Admission 2022: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में परास्नातक के ‌‌विभिन्न पाठ्यक्रमों में सत्र 2022-23 में दाखिले को लेकर काउंसिलिंग का कार्यक्रम जारी किया है। काउंसिलिंग तीन चरणों में होगी। पहले चरण में कला, विज्ञान, वाणिज्य, मैनेजमेंट, कृषि, विधि एवं शिक्षा संकाय के अंतर्गत संचालित समस्त विभागों के परास्नातक पाठ्यक्रमों के लिए काउंसिलिंग 6 से 8 सितंबर तक होगी। काउंसिलिंग प्रक्रिया का विवरण विश्वविद्यालय के वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है, जिसके अनुसार काउंसिलिंग होगी। छात्र काउंसिलिंग का विस्तृत कार्यक्रम विश्वविद्यालय की वेबसाइट https://ddugu.ac.in पर देख सकते हैं।

दूसरे चरण की काउंसिलिंग इस तिथि से 

जारी कार्यक्रम के अनुसार दूसरे चरण की काउंसिलिंग 11 से 12 सितंबर जबकि तीसरे चरण की काउंसिलिंग 15 से 16 सितंबर तक होगी। काउंसिलिंग के अंतर्गत परास्नातक के एमए, एमएससी, एमकॉम, एमबीए समेत पाठ़्यक्रमों, पीजी डिप्लोमा, डिप्लोमा एवं सर्टिफिकेट पाठ़्यक्रमों में प्रवेश होगा।

अनुभव से होता है समाजशास्त्रीय परिप्रेक्ष्य का निर्माण: प्रो. अजीत कुमार पाण्डेय

समाजशास्त्र एक परिप्रेक्ष्य है, जिसका निर्माण अनुभव से होता है। अपने अस्तित्व में आने से लेकर वर्तमान तक समाजशास्त्र के परिपेक्ष्य में कई नए आयाम जुड़ते रहे हैं। समाज एक जटिल परिघटना है जिसमें बहुत सी जटिलताएँ हैं। समाजशास्त्र के समर्थन के बिना इसकी कई समस्याओं को समझना और हल करना असंभव है। सामाजिक घटनाओं को समझने में समाजशास्त्र ने कई परिप्रेक्ष्य विकसित किए है और आज उत्तर आधुनिकता से भी आगे बात हो रही है।


ये वक्तव्य दी.द.उ. गोरखपुर विश्वविद्यालय के समाजशास्त्र विभाग में 'सोशियोलॉजी टुडे: प्रॉबलम्स एंड प्रॉस्पेक्ट्स' विषय पर आयोजित किए गए विशेष व्याख्यान को सम्बोधित करते हुए बीएचयू के समाजशास्त्र विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो.अजीत कुमार पाण्डेय ने दिया।

कार्यक्रम में स्वागत भाषण विभागाध्यक्ष प्रो.संगीता पाण्डेय दिया और कहा कि नई बदलती सामाजिक संरचना और समाज की प्रवृत्ति को समझने के लिए समाजशास्त्र एक व्यापक आधार देता है। कार्यक्रम का संचालन डॉ मनीष पाण्डेय ने किया। इस दौरान विभाग के शिक्षक डॉ.अनुराग द्विवेदी, शोध छात्र मंतोष यादव, अंजली, देवेंद्र, सुधीर समेत अन्य छात्र छात्राए उपस्थित रहें।

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