इसमें कोई शंका नहीं है कि उम्र बढ़ने के साथ ही जॉब्स मिलने में परेशानी होती है। ऐसे में जॉब खोजना कठिन होता जाता है। जॉब मार्केट में युवाओं को तवज्जो मिलने के कई कारण हैं। भारत में ज्यादातर हायरिंग मैनेजर अनुभव से ज्यादा युवाओं को महत्व देते हैं। उन्हें लगता है कि देश में युवा काफी संख्या में हैं, इसलिए कम पैसों में ज्यादा वर्कफोर्स इकट्ठी की जा सकती है। युवा ऊर्जावान होते हैं और लंबे समय तक काम कर सकते हैं। हायरिंग मैनेजर्स सोचते हैं कि लगातार बदलती हुई तकनीकी और बिजनेस माहौल में अनुभव की कोई कीमत नहीं है। आइए जानते हैं कि अलग-अलग उम्र में जॉब सर्च के बेस्ट रिजल्ट्स के लिए क्या-क्या रणनीतियां बना सकते हैं।
आप अलग-अलग चीजें ट्राई कर चुके हैं, कई स्किल्स प्राप्त कर चुके हैं और रेज्यूमे भी बेहतर हो चुका है। पता करें कि कैसे अपने कॅरियर को डायरेक्शन दे सकते हैं। आप अब भी निश्चित रिस्क ले सकते हैं और अपने मन की आवाज सुन सकते हैं। खराब दिनों के लिए कुछ महीनों की सैलरी को रिजर्व रखें। हर नए इंटरव्यू और इंटरेक्शन से सीखने की कोशिश करें। हर सप्ताह 6 से 8 घंटे का समय सर्च, एन्जॉय और लर्न के लिए तय करें। ऐसे अवसरों की तलाश करें कि आप काम पर अपना प्रभाव छोड़ सकें।
लीडरशिप का काम करें
मौजूदा फर्म में स्वेच्छा से लीडरशिप रोल के लिए काम करें। इस तरह बड़े रोल्स में खुद को साबित करने का मौका मिल सकता है। अपने सहकर्मियों, क्लाइंट्स, पुराने बॉस और इंडस्ट्री प्रोफेशनल्स के साथ अच्छे रिश्ते बनाए रखें। भविष्य की नौकरी के लिए यह प्रोफेशनल नेटवर्क हो सकता है।
नेटवर्क बढ़ाते रहें
अपने मौजूदा एम्प्लॉयर से रोल में बदलाव के लिए कहें। इस उम्र में आपके लिए सबसे बड़ी चुनौती शानदार अवसरों की खोज करना है। आप स्कूल और कॉलेज के दिनों से ही शुरुआत कर दें। इंटर्नशिप करें, परिवार या दोस्तों के बिजनेस में मदद करें। इवेंट्स, एनजीओ और प्रोजेक्ट्स के लिए फ्री में काम करें।
एंटरप्रेन्योरशिप में किस्मत आजमाएं
आप एंटरप्रेन्योरशिप के लिए भी किस्मत आजमा सकते हैं। ग्रेजुएशन कर लिया है तो भी टेंशन लेने की जरुरत नहीं है। पांच साल के समय में अलग-अलग तरह का अनुभव लेने की कोशिश करें और ज्यादा रिस्क लें। अपने होम टाउन या देश से बाहर निकलें। सीखने के अवसरों पर फोकस करें, मेंटर खोजें। शुरुआत करने से पहले उन स्किल्स को लिख लें, जो अपने अंदर महसूस होती हैं।
ऑनलाइन एक्टिव रहें
इसके अनुरूप ऑनलाइन सोशल और प्रोफेशनल प्रोफाइल तैयार करें। आपके पास स्टैंडर्ड रेज्यूमे हो। फॉर्मल ड्रेस पहनकर इंटरव्यू का अभ्यास करें। परिवार और दोस्तों के नेटवर्क की मदद से इंटरव्यू के अवसर पैदा करें।
अपनी उपयोगिता साबित करें
ज्यादातर प्रोफेशनल्स के लिए यह कॅरियर का सबसे उत्पादक दशक होता है। जॉब सर्च के दौरान आपके लिए सबसे बड़ी चुनौती नए एम्प्लॉयर के सामने खुद को उपयोगी साबित करना है। आप जो प्रभाव छोडऩा चाहते हैं, जिस परंपरा का निर्माण करना चाहते हैं और जिस तरह की पहचान या संतुष्टि चाहते हैं, उसके अनुरूप अवसरों की तलाश करते रहें।
रेज्यूमे अपडेट रखें
अपने कॅरियर में अब तक की प्रगति की एक कहानी तैयार करें। ऐसा रेज्यूमे तैयार करें, जो आपकी विशेषज्ञता, आपके ब्रांड, उपलब्धियों को बेहतर तरीके से पेश करे। अपने लिंक्डइन प्रोफाइल को भी रेज्यूमे के साथ लिंक करें। प्रोफेशनल नेटवर्क, रिक्रूटमेंट एजेंसी और ऑनलाइन जॉब्स की मदद से नौकरी खोजने की कोशिश करें। अगर आप कंपनी को यह बताने में कामयाब हो जाते हैं कि आपके पास काम का लंबा अनुभव है और नए लक्ष्य प्राप्त करने का जोश बना हुआ है तो कंपनी आपको सीनियर रोल दे सकती है।