नई दिल्ली: अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) ने मंगलवार को यूथ4वर्क के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया। इस समझौते के तहत 80 लाख युवाओं को रोजगार दिलाने में मदद की जाएगी। साथ ही इसके अंतर्गत 10,300 से अधिक तकनीकी संस्थानों को शामिल किया गया है।
इस समझौते का मुख्य उद्देश्य एआईसीटीई के तहत सभी छात्रों को यूथ4वर्क के कौशल आधारित ऑनलाइल टेस्ट की मदद से कौशल प्रोफाइल बनाकर उन्हें इंटर्नशिप और नौकरी के अवसर प्राप्त करने में मदद करना है। इससे एआईसीटीई से मान्यता प्राप्त सभी संस्थानों और प्रथम वर्ष से अंतिम वर्ष के बीच में पढ़ रहे प्रत्येक छात्र को लाभ प्राप्त होगा।
एआईसीटीई के अध्यक्ष डॉ. अनिल सहस्त्रबुद्धे ने कहा, 'डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट यूथ4वर्क डॉट कॉम का मंच युवाओं के लिए कौशल आधारित परीक्षण और तकनीकी प्रोफाइलिंग के अपने अद्वितीय तरीके से इस चुनौती को पूरा करने का एक मजबूत माध्यम है।'
यूथ4वर्क के सीईओ रचित जैन ने कहा, 'भारत में प्रति वर्ष 16 लाख तकनीकी छात्र ग्रेजुएट होते हैं, जो पूरे विश्व की अधिकांश शहरों की आबादी से भी ज्यादा है। आज कंपनियों के सामने सही कौशल के साथ सही कार्य के लिए सही व्यक्ति को ढूंढना एक बड़ी चुनौती है, जिसके लिए यूथ4वर्क नियोजकों के सामने युवाओं की विशिष्टता और कौशल का प्रदर्शन कर रहा है।'
उन्होंने कहा, 'हमारी तकनीक और मूल्यांकन प्रक्रिया छात्रों को ऑनलाइन 500 से भी ज्यादा कौशल टेस्ट दे कर रैंक प्राप्त करने की सुविधा प्रदान करती है। हमारे इस मंच पर 20 लाख से अधिक युवाओं ने अपनी विश्व स्तरीय प्रोफाइल बनाई है और लगभग 12,000 से अधिक नियोजक हमारे साथ जुड़े हुए हैं। इस समझौते के साथ हमारा लक्ष्य है कि हम अगले 18 महीनों में लगभग एक करोड़ युवाओं को यूथ4वर्क के साथ जोड़ सके।'