शोध विकास के लिए AKTU ने उठाए महत्वपूर्ण कदम, 3 प्रमोशन स्कीम की लाॅन्चिग

Update: 2017-03-01 14:31 GMT

लखनऊ: लखनऊ विश्वविद्यालय (एलयू) से एफिलिएटेड संस्थानों में शोध विकास की गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्याल (एकेटीयू) द्वारा बुधवार (1 मार्च) को तीन रिसर्च प्रमोशन स्कीम की लाॅन्चिग की गई।

एलयू के कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक की अध्यक्षता में आयोजित समारोह में विश्वैश्वरैया रिसर्च प्रमोशन स्कीम, सेमिनार सहायता और ट्रेवल सहायता की तीन शोध योजनाओं की लाॅन्चिग हुई।

ताकि रुके धनराशि का दुरुपयोग रुके

इस मौके पर विनय कुमार पाठक ने बताया कि संस्थाओं में योग्य शिक्षकों की उपलब्धता को सुनिश्चित करने के लिए इन सभी योजनाओं को फैकल्टी आईडी और आधार नंबर से लिंक किया गया है। इससे इन योजनाओं के लिए उपलब्ध कराई जा रही धनराशि का दुरुपयोग भी रोका जा सकेगा।

18 मार्च करें आवेदन

विश्वैश्वरैया रिसर्च प्रमोशन स्कीम के अंतर्गत एक वर्ष में अधिकतम 25 शोध योजनाओं के लिए सहायता धनराशि उपलब्ध कराई जाएगी और प्रत्येक शोध योजना के लिए 5 लाख रुपए की धनराशि निर्धारित की गई है। इन योजनाओं के लिए सिर्फ ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है। आवेदन की अंतिम तिथि 18 मार्च, 2017 निर्धारित की गई है। संस्थान अपनी शोध योजना के मुख्य अन्वेषक की फैकल्टी आईडी के माध्यम से आवेदन कर सकता है।

संगोष्ठियों के लिए मिलेगी इतनी रकम

इस प्रकार सेमिनार सहायता के अंतर्गत विश्वविद्यालय से सम्बद्ध संस्थान राष्ट्रीय स्तर की संगोष्ठियों के लिए 50 हजार रुपए तक तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर की संगोष्ठियों के लिए 1 लाख रुपए तक की आर्थिक सहायता के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा ट्रेवल सहायता योजना के अन्तर्गत 1 लाख रुपए तक की धनराशि सहायता के रूप में उपलब्ध कराई जाएगी।

इस मौके पर प्रति कुलपति, प्रोफ़ेसर वीके सिंह कुलसचिव, पवन कुमार गंगवार, वित्त अधिकारी, भानू प्रकाश आदि उपस्थित थे।

Similar News