Allahabad University Fee Hike: इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रों की बिगड़ी हालत, नहीं थम रहा बवाल

Allahabad University Fee Hike: प्रदर्शन कर रहे छात्रों को कहना है कि विश्वविद्यालय प्रशासन लगातार संवेदनहीन बना हुआ है और अड़ियल रूख अपनाए हुआ है लेकिन इसके बावजूद भी हमारा आंदोलन जारी रहेगा।

Written By :  Durgesh Sharma
Update: 2022-09-21 12:54 GMT

Allahabad University Fee Hike (Social Media) 

Allahabad University Fee Hike: इलाहाबाद विश्वविद्यालय में फीस वृद्धि का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। जहां छात्रों का आमरण अनशन जारी है, तो वहीं आज अनशन का सोलहवां दिन है। बड़ी संख्या में छात्र यूनिवर्सिटी के छात्र संघ भवन पर प्रदर्शन कर रहे हैं। आमरण अनशन में छात्र संघ के निवर्तमान उपाध्यक्ष अखिलेश यादव समेत पांच नए छात्र शामिल हुए। आंदोलन कर रहे छात्रों का कहना है कि इस मामले के खिलाफ वह आर-पार की लड़ाई लड़ने को तैयार हैं।

वीसी का फुका पुतला

छात्रों ने प्रदर्शन के दौरान आज वीसी ऑफिस पर कुलपति प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव का पुतला फुका। प्रदर्शन कर रहे छात्रों को कहना है कि विश्वविद्यालय प्रशासन लगातार संवेदनहीन बना हुआ है और अड़ियल रूख अपनाए हुआ है लेकिन इसके बावजूद भी हमारा आंदोलन जारी रहेगा। हालांकि आमरण अनशन के सोलहवें दिन छात्रों का आंदोलन शांतिपूर्वक तरीके से जारी है।

छात्रों की बिगड़ी हालत, अस्पताल में हुए भर्ती

आपको बता दे कि यूनिवर्सिटी प्रशासन ने 31 अगस्त को हुए कार्य परिषद की बैठक में रेगुलर कोर्स की फीस चार सौ गुना तक बढ़ा दिया था। इसके साथ ही पीएचडी की फीस 15 गुना तक बढ़ा दी गई थी। जिसके विरोध में छात्र लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। छात्रों का आमरण अनशन 5 सितंबर से शुरू हो गया था। हालांकि अब तक आमरण अनशन पर बैठे कई छात्रों की हालत बिगड़ चुकी है जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। वहीं प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि ज्यादातर स्टूडेंट्स मध्यमवर्गीय और किसान परिवार से आते हैं ऐसे में चार सौ गुना बढ़ी हुई फीस को नहीं भर पाएंगे।

छात्रों ने किया था सामुदायिक आत्मदाह का प्रयास

आपको बता दें कि बीते दिन विश्वविद्यालय में कथित रूप से 400 प्रतिशत शुल्क वृद्धि को वापस लेने की मांग करते हुए एक छात्र द्वारा परिसर में आत्मदाह का प्रयास किया था। जबकि मंगलवार को चार और छात्रों ने कथित तौर पर केरोसिन डालकर आत्मदाह करना का प्रयास किया और एक अन्य छात्र ने मिट्टी का तेल पी लिया था।

पुलिस ने शांत कराया था मामला

विश्वविद्यालय प्रशासन ने बताया कि एक 22 वर्षीय छात्र अपने हाथों में कथित तौर पर गैस सिलेंडर और लाइटर लेकर विश्वविद्यालय की इमारत के ऊपर चढ़ गया था। विश्वविद्यालय के अधिकारियों द्वारा मांगों को नहीं मानने पर वह खुद को जलाने की धमकी देने लगा। छात्रों ने परिसर में विभिन्न स्थानों पर विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। हालांकि पुलिस ने मामले को किसी तरह से शांत कराया।

 110 साल बाद बढ़ाई गई फीस

हालांकि पुलिस ने छात्रों की आत्मदाह की कोशिश को विफल कर दिया था, लेकिन छात्र को विश्वविद्यालय की इमारत से नीचे लाने के लिए पुलिस को बढी मशक्कत करनी पड़ी थी। विश्वविद्यालय की जनसंपर्क अधिकारी डॉ.जया कपूर ने कहा कि केरोसिन का सेवन करने वाले छात्र की हालत स्थिर है। आपको बता दें कि छात्रों का एक समूह पिछले 25 दिनों से विश्वविद्यालय परिसर में फीस वृद्धि का विरोध कर रहा है। वहीं विश्वविद्यालय प्रशासन ने बताया कि 1922 में विश्वविद्यालय की स्थापना के बाद से 110 वर्षों के बाद फीस में बढ़ोत्तरी की गई है।

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