बदहाल बेसिक शिक्षा, छ: माह बाद भी नहीं पहुंची किताबें, ऐसे हो रही पढ़ाई

Update:2018-09-09 16:41 IST

रायबरेली: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश की प्राथमिक शिक्षा के सुधार के चाहे जितने दावे कर रहे हों, लेकिन उनके प्रयासों को उनके मातहत अधिकारी और जिले में तैनात अधिकारी पलीता लगाने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं।

शिक्षकों की मौजूद है फौज, सब कर रहे मौज

जहाँ मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को समय समय पर कार्यवाही करते रहने का निर्देश भी दिया है। तब भी जिम्मेदार अधिकारी पूरे प्रदेश की बेसिक शिक्षा को पीछे धकेलने का काम कर रहे हैं। रायबरेली में भी कमोबेश यही हाल है।

ये है स्थिति

प्रदेश में शैक्षिक सत्र 1 अप्रैल से शुरू हो गया है। छ: माह बीतने जा रहे हैं, स्‍कूलों में जूते- मोजे तो समय पर पहुंच गए हैं। लेकिन पाठ्य पुस्‍तकें नहीं पहुंच सकी हैं। आलम ये है कि बच्‍चे बिना पाठ्य पुस्‍तकों के ही अपनी पढाई कर रहे हैं। स्‍कूलों में एमडीएम, ड्रेस और जूते मोजे तो आ रहे हैं। लेकिन किताबों का दूर-दूर तक कोई अता पता नहीं है।

प्राथमिक स्कूल 1,979

जूनियर स्कूल 626

कुल स्कूल 2605

कुल मास्टर 6,850

कुल बच्चे 4,28,284

वहीं खंड शिक्षा अधिकारी अनुराधा मौर्या का कहना है की अभी किताबें आई हैं और पानी बरसने के वजह से किताबें बांटी नहीं गई हैं। जल्द ही बच्चों को किताबें पहुंचा दी जाएंगी।

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