CBSE की सलाह: कैशलेस पेमेंट को दें बढ़ावा, छात्रों को मिले स्मार्टकार्ड
सेंट्रल बोर्ड ऑफ सैकेंड्री एजुकेशन (CBSE) ने स्कूलों को कैशलेस बनाने की सलाह दी थी। सीबीएससी का कहना है कि कैशलेस पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए छात्रों को स्मार्टकार्ट देना चाहिए। सीबीएससी ने कहा है कि कैंटीन या स्कूल में किसी दुकान में शॉपिंग करने के लिए स्टूडेंट्स स्मार्टकार्ट से ही शॉपिंग करें। बोर्ड का यह भी कहना है कि छात्रों को अपने पैरेंट्स के अलावा अपने आसपास में कम से कम 10 लोगों को डिजिटल बैंकिंग के बारे में बताने की जिम्मेदारी मिले।;
नई दिल्ली : सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंड्री एजुकेशन (CBSE) ने स्कूलों को कैशलेस बनाने की सलाह दी थी। सीबीएससी का कहना है कि कैशलेस पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए छात्रों को स्मार्टकार्ट देना चाहिए।
क्या कहा सीबीएससी ने?
-सीबीएससी ने कहा है कि स्टूडेंट्स स्कूल की कैंटीन या किसी दुकान में शॉपिंग करने के लिए स्मार्टकार्ड का ही उपयोग करें।
-बोर्ड का यह भी कहना है कि छात्रों को अपने पैरेंट्स के अलावा अपने आसपास के कम से कम 10 लोगों को डिजिटल बैंकिंग के बारे में बताने की जिम्मेदारी दी जानी चाहिेए।
कैशलेस तरीके से करें पेमेंट
-बोर्ड ने इससे पहले 7 दिसंबर को 350 नोडल स्कूलों के साथ मीटिंग करते हुए उन्हें बताया था कि किस तरह स्कूलों में कैशलेस काम हो।
-इसके बाद बोर्ड ने स्कूलों से कहा कि स्टॉफ को भी कैशलेस तरीके से ही पेमेंट किया जाए।
-एक अंग्रेजी अखबार की खबर के अनुसार, बोर्ड के एक अधिकारी ने कहा कि छात्रों के इसमें शामिल होने से कैशलेस ट्रांजेक्शन का आसानी से प्रमोशन होगा।
-बोर्ड ने यह भी तय किया है कि प्रतियोगी परीक्षाओं की फीस भी अब ई-वालेट के माध्यम से ली जाएगी।
-दूसरी तरफ, केंद्रीय विद्यालय संगठन ने भी तय किया है कि 9वीं और इसके बाद के छात्रों और शिक्षकों को कैशलेश ट्रांजेक्शन के बारे में बताया जाए।