CBSE ने विवादित सवाल पर मानी गलती, कहा- विवादित पेपर के प्रश्न निरस्त, छात्रों को मिलेंगे पूरे मार्क्स
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यानी Central Board of Secondary Education (सीबीएसई) ने कक्षा 10वीं के अंग्रेजी विषय के पेपर को लेकर जारी विवाद के बीच बड़ा फैसला लिया है। सीबीएसई ने विवादित प्रश्नों को निरस्त कर दिया है।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड यानी Central Board of Secondary Education (सीबीएसई) ने कक्षा 10वीं के अंग्रेजी विषय के पेपर को लेकर जारी विवाद के बीच बड़ा फैसला लिया है। सीबीएसई ने विवादित प्रश्नों को निरस्त कर दिया है।मतलब, अब बोर्ड सभी स्टूडेंट्स को इस सवाल के लिए पूरे नंबर देगा।
इस संबंध में CBSE के परीक्षा नियंत्रक (Controller of Examinations) की ओर से जारी आदेश में कहा गया है, कि संबंधित हितधारकों (stakeholders) की प्रतिक्रिया और विशेषज्ञों (Experts) की सिफारिश पर विवादित प्रश्न निरस्त किए जाते हैं। इसके एवज में छात्रों को पूरे अंक दिए जाएंगे।
प्रियंका-राहुल ने भी घेरा
गौरतलब है, कि सोशल मीडिया पर इस मुद्दे पर जमकर विरोध हुआ था। इसके बाद, इस विवाद पर प्रियंका और राहुल गांधी के बयान भी आए। विवाद बढ़ता देख CBSE बोर्ड ने अपनी गलती मान ली है। बोर्ड ने इसे लेकर एक सर्कुलर भी जारी कर दिया है। साथ ही कहा है, कि CBSE बोर्ड 10वीं की अंग्रेजी की परीक्षा में पूछा गया पैसेज बोर्ड की गाइडलाइन के अनुरूप नहीं था।
क्या था सवाल, जिस पर मचा बवाल?
बता दें, कि सीबीएसई बोर्ड की 10वीं की परीक्षा में पूछे गए एक पैसेज में कहा गया था, कि एक किशोर (13 से 19 वर्ष की आयु) के जीवन शैली के बारे में बताया गया है कि कैसे वह अपनी ही दुनिया में जब जीने लगते हैं। साथ ही, जब परिवार में एक महिला अपनी इच्छा अनुसार समाज में आगे बढ़कर अपना करियर चुनती है। समाज में एक नाम और पहचान हासिल करती है। तब परिवार में माता-पिता का बच्चों पर से अधिकार कम होने लगता है। बच्चे यह फैसला नहीं कर पाते हैं कि वह दोनों में किसकी सुनें। इसलिए महिलाओं को परिवार में अनुशासन बनाए रखने के लिए अपने पति की आज्ञा का पालन करना चाहिए।
'बच्चों पर माता-पिता के अधिकार खत्म कर दिया'
इसके अलावा, 'जब एक महिला, मां होते हुए अपने पति के तरीके को स्वीकार करेगी। तभी उसके छोटे बच्चे अपनी मां की आज्ञा का पालन करेंगे। नारी उद्धार ने बच्चों पर माता-पिता के अधिकार को खत्म कर दिया है।' इसी तरह के कई वाक्य इंग्लिश के पेपर में पूछे गए थे। इस पैसेज में पिछली सदी के विचारों का उल्लेख किया गया है। साथ ही, कहा गया है कि 20वीं सदी में महिलावादी विद्रोह के बाद से माता-पिता के अधिकार कम हो गए हैं।
11 तारीख के पेपर सेट में भी थी गलतियां
इससे पहले 11 दिसंबर, 2021 को CBSE की 10वीं बोर्ड की टर्म-1 अंग्रेजी विषय की परीक्षा के पेपर सेट 002/2/4 में भी दो गलतियों पर शिक्षकों और छात्रों ने सवाल उठाए थे। इस पर भी सीबीएसई बोर्ड ने अपनी सफाई दी थी।
गुजरात दंगे पर भी पूछे थे विवादित सवाल
उल्लेखनीय है कि प्रियंका गांधी वाड्रा और राहुल गांधी ने भी CBSE बोर्ड को टैग कर ट्वीट किए थे। दोनों भाई-बहनों ने बोर्ड के साथ बीजेपी-आरएसएस को भी निशाने पर लिया था। याद कीजिए इससे पहले भी CBSE ने 12वीं के सोशियोलॉजी के पेपर में गुजरात दंगों को लेकर विवादित सवाल पूछे थे।