लखनऊ: यूपी में राजकीय आश्रम पद्धति स्कूलों के बच्चे अगले साल से सीबीएसई पैटर्न से पढ़ाई करते नज़र आएंगे। हाल ही में सीबीएसई ने यूपी के डेढ़ दर्जन से ज्यादा आश्रम पद्धति पर संचालित होने वाले स्कूलों को अपनी मान्यता दे दी है। इतना ही नहीं सीबीएसई बोर्ड इन स्कूलों में अपने मानकों के अनुरूप स्टूडेंट टीचर रेशियो सहित अन्य संसाधनों को दुरुस्त करने के लिए सूबे के समाज कल्याण विभाग को पत्र लिख चुका है।
राजकीय आश्रम पद्धति स्कूलों की बदलेगी तस्वीर
- समाज कल्याण विभाग के डायरेक्टर सुरेन्द्र चौहान ने बताया कि यूपी में कुल 76 आश्रम पद्धति स्कूल संचालित हो रहे हैं।
-इनमे से सीबीएसई बोर्ड ने सूबे के करीब 21 स्कूलों को अपनी मान्यता दे दी है।
-बोर्ड के अनुरूप ही इन स्कूलों में संसाधनों को अपग्रेड किया गया है।
-हर क्लास में स्टूडेंट के बैठने से लेकर फर्नीचर तक को अपग्रेड किया जा रहा है।
-स्टूडेंट्स के हॉस्टल में भी सारी सुविधाओं की समीक्षा की जा रही है।
-हम राजकीय आश्रम पद्धति स्कूलों के स्टूडेंट्स को सीबीएसई बोर्ड के पैटर्न पर मॉडर्न एजुकेशन प्रोविडे करवाने जा रहे हैं।
टीचर्स की बढ़ेगी संख्या, 15 की जगह 20 टीचर्स संभालेंगे क्लासेज
- डायरेक्टर सुरेन्द्र चौहान ने बताया कि राजकीय आश्रम पद्धति के स्कूलों में स्टूडेंट टीचर रेश्यो पर भी वर्कआउट किया जा रहा है।
-अभी तक एक स्कूल में करीब 480 स्टूडेंट्स को एडमिशन दिया जाता है।
-इसमें क्लास 6 से लेकर 12 तक के स्टूडेंट्स शामिल हैं।
-एक स्कूल में अभी तक 15 टीचर्स की तैनाती की जाती है।
-अब इसको बढाकर 20 किया गया है।
-बढे हुए पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया को जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा।