CBSE नतीजों का असर पड़ेगा DU की दूसरी कटऑफ लिस्ट पर, छात्रों को मिलेगा मौका

दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU) में तीन वर्षीय ग्रेजुएशन पाठ्यक्रमों के लिए शनुवार (24 जून) से दाखिले शुरू हो गए है। कटऑफ में नंबर आने के बाद छात्र कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखें, जिससे दाखिले के समय  किसी तरह की कोई परेशानी न हो। डीयू में ग्रेजुएशन की पहली कटऑफ जारी हो चुकी है। जिन छात्रों को पहली कटऑफ के आधार पर एडमिशन नहीं मिला, वे निराश न हों।

Update:2017-06-24 15:07 IST

नई दिल्ली : दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU) में तीन वर्षीय ग्रेजुएशन पाठ्यक्रमों के लिए शनुवार (24 जून) से दाखिले शुरू हो गए है। कटऑफ में नंबर आने के बाद छात्र कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखें, जिससे दाखिले के समय किसी तरह की कोई परेशानी न हो। डीयू में ग्रेजुएशन की पहली कटऑफ जारी हो चुकी है। जिन छात्रों को पहली कटऑफ के आधार पर एडमिशन नहीं मिला, वे निराश न हों।

डीयू के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार इस बार पहली और दूसरी कटऑफ में काफी अंतर आ सकता है। दूसरी कटऑफ सूची पहली के मुकाबले कम अंकों पर जारी होगी। इस बार कॉलेज भले ही प्रतिष्ठा के चलते पहली कटऑफ को पिछले साल की तुलना में ज्यादा अंतर पर जारी न करें, लेकिन दूसरी कटऑफ में अंतर देखने को मिलेगा। इसकी वजह है कि कॉलेजों ने पिछले साल काफी ऊंची कटऑफ रखी थी और छठी और सातवीं कटऑफ जारी होने पर भी सीटें खाली रह गई थीं।

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दूसरे राज्यों का पड़ेगा असर

-पिछले साल के मुकाबले में इस साल 12वीं में दूसरे राज्यों के छात्रों के कम मार्क्स आए हैं।

-डीयू में हरियाणा, बिहार और यूपी से काफी आवेदन आए हैं। वहां के बच्चों ने ज्यादा बेहतर प्रदर्शन नहीं किया है। इसका असर कटऑफ पर पड़ेगा।

-वहीं, सीबीएसई का परिणाम भी ज्यादा बेहतर नहीं रहा।

-डीयू में आवेदन करने वाले लगभग 80 फीसदी छात्र इसी बोर्ड से ताल्लुक रखते हैं तो निश्चित ही यह कटऑफ को प्रभावित करेगा।

-डीयू में इस साल पिछले साल के मुताबिक 30 हजार कम आवेदन आए हैं।

-वहीं, कुछ कॉलेजों में नए कोर्सेज शुरू हुए हैं और सीटों की संख्या में पहले के मुकाबले दो हजार का इजाफा हुआ है।

पिछले साल से आए अधिक आवेदन

-डीयू के एक अधिकारी ने बताया कि ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया होने की वजह कम छात्रों ने आवेदन किया है।

-वहीं, उन्होंने इसकी एक और वजह यह बताई कि कई विश्वविद्यालयों में नए पाठ्यक्रम शुरू हुए हैं तो ऐसे में छात्रों को अधिक विकल्प मिलने से भी डीयू के प्रति रुझान कम हुआ है।

-डीयू में कम आवेदन का असर भी कटऑफ को नीचे ले जा सकता है।

-इस साल ईसीए और खेल कोटे के जरिए एजमिशन पाना पिछले साल के मुकाबले थोड़ा मुश्किल होगा।

-डीयू में जहां कुल आवेदनों की संख्या घटी है वहीं, ईसीए के आवेदन ढाई गुना बढ़े हैं।

-इसी तरह खेल कोटे के लिए भी पिछले साल के मुकाबले अधिक आवेदन आए हैं।

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ऐसे करें कोर्सेज का चयन

-अगर कटऑफ में आपका नंबर आ गया है तो डीयू के पोर्टल पर जाकर लॉगिन करें और कॉलेज/कोर्सेज का सेलेक्शन करें।

-एडमिशन फॉर्म का प्रिंटआउट लें और सभी डॉक्यूमेंट्स और सर्टिफिकेट के साथ जमा कराएं।

-कॉलेज एडमिशन फॉर्म और दस्तावेजों को जमा कर लेगा और पोर्टल पर दाखिले की जानकारी अपलोड करेगा।

-इसके बाद छात्र को डीयू के पोर्टल पर जाकर ऑनलाइन फीस जमा करानी होगी।

-किसी भी कटऑफ में दाखिले की समयसीमा समाप्त होने के बाद एडमिशन नहीं मिलेगा।

-किसी पाठ्क्रम में दाखिला वापस होने की सूरत में अगर आपका किसी कटऑफ में नंबर आता है तो आप मनपसंद कॉलेज में दाखिला ले सकते हैं।

-किसी अंजान व्यक्ति को अपने डॉक्यूमेंट्स न दें।

-कोई भी परेशानी होने पर नॉर्थ और साउथ कैंपस स्थित डीन ऑफ स्टूडेंज वेलफेयर के दफ्तर पर संपर्क करें।

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