DU 2nd Phase Internal Exams 2022: डीयू के इंटरनल एग्जाम से रहे थे 'वंचित' तो न हों चिंतित, फिर से होंगी परीक्षाएं
वैसे स्टूडेंट्स जो किसी कारणवश मई-जून 2022 में डीयू की इंटरनल परीक्षाएं नहीं दे पाए थे, उन्हें इस मौके का लाभ उठा सकते हैं। जो पिछली बार यानी मई-जून में परीक्षा नहीं दे पाए थे।
Delhi University 2nd Phase of Internal Exams 2022 : दिल्ली विश्वविद्यालय (Delhi University) सेकंड फेज (2nd Phase) की इंटरनल परीक्षाएं (DU 2nd Phase Internal Exams 2022) कराने की तैयारियों में जुटा है। ज्ञात हो कि वैसे वे स्टूडेंट्स जो किसी कारणवश मई-जून 2022 में हुई इंटरनल परीक्षाएं नहीं दे पाए थे, उन्हें इस मौके का लाभ उठा सकते हैं। जो पिछली बार यानी मई-जून में परीक्षा नहीं दे पाए थे वो अब सेकेंड फेज के इंटरनल एग्जाम दे सकते हैं।
यह सुविधा अंडर ग्रेजुएट (DU Undergraduate Students) और पोस्ट ग्रेजुएट (DU Post Graduate Students) दोनों कक्षाओं के छात्रों के लिए है। बता दें कि, मई-जून में दिल्ली यूनिवर्सिटी ने इंटरनल परीक्षाएं (DU Internal Exams 2022) आयोजित की थी। कोरोना की वजह से प्रभावित होने के कारण करीब दो साल बाद डीयू में ऑफलाइन एग्जाम (DU Offline Exam) लिए गए थे। इस परीक्षा में बड़ी संख्या में छात्रों ने हिस्सा लिया था। बावजूद कुछ छात्र कोरोना या अन्य वजहों से परीक्षा में सम्मिलित नहीं हो पाए थे। वैसे छात्र इस DU 2nd Phase Internal Exams 2022 में शामिल हो सकते हैं।
DU 2nd Phase Exams के लिए 29 जून से रजिस्ट्रेशन
दिल्ली विश्वविद्यालय के वैसे छात्र जो पहले फेज की इंटरनल परीक्षाएं किसी कारणवश नहीं दे पाए थे उनके लिए ही सेकंड फेज में दोबारा इंटर्नल परीक्षाएं आयोजित कराई जा रही हैं। इसके लिए पंजीकरण (Registration) अभी शुरू नहीं हुआ है। बता दें कि, रजिस्ट्रेशन 29 जून 2022 से शुरू होने जा रहा है।
कहां और कैसे करें अप्लाई?
वैसे उम्मीदवार जो दिल्ली यूनिवर्सिटी के अंडर ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट के इंटरनल एग्जाम 2022 के लिए आवेदन के इच्छुक हैं वो दिल्ली विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट (Official Website) पर विजिट कर फॉर्म भर सकते हैं। अभ्यर्थियों को डीयू की ऑफिशियल वेबसाइट पर du.ac.in आवेदन करना होगा।
इंटरनल परीक्षाओं पर क्या बोले अधिकारी?
इस संबंध में डीयू के डीन ऑफ एग्जामिनेशन डीएस रावत (DU Dean of Examination DS Rawat) ने कहा कि, 'पहली फेज की इंटरनल परीक्षाओं के दौरान छात्रों की उपस्थिति 97 प्रतिशत रही थी। महज कुछ छात्रों ने किसी कारणवश परीक्षा नहीं दे पाए थे। इसीलिए परीक्षा की कार्यकारी समूह ने दूसरे चरण की परीक्षा आयोजित करने का फैसला लिया है।'