IPS Training हैदराबाद में ही क्यो होती हैं व कितना समय लगता हैं, जानिए

IPS Training Process: सिविल परीक्षा पास करने के बाद उम्मीदवारो को कई चुनौतियों से गुजरना पड़ता हैं, आईपीएस ट्रेनिंग के लिए सरदार वल्लभभाई पटेल (SVPNPA) नेशनल पुलिस एकेडमी हैदराबाद जाना होता हैं

Written By :  Shikha Tiwari
Update:2023-12-18 18:53 IST

IPS Training; सभी चरणों को पास करने के बाद कैंडिडेट्स को अपने बेहद मुश्किल प्रशिक्षण से गुजरनायूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा को पास करने के बाद अभ्यर्थियों की चुनौतियां कम नहीं होती है। इसके बाद उन्हें एक नए पड़ाव को पार करना होता है। वह है वह ट्रेनिंग। संघ लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित होने वाली CSE परीक्षा के होता है। इसके बाद जाकर ये कहीं आईपीएस, आईएएस और आईएफएस बन पाते हैं। इसी कड़ी में आज, हम आपको बताने जा रहे हैं कि आईपीएस ऑफिसर्स की ट्रेनिंग देश में कहां होती है और कितने दिनों तक चलती है। इन सभी डिटेल्स के बारे में डालते हैं एक नजर।

यूपीएससी की सभी चरणों की परीक्षा पास करने के बाद उम्मीदवारों को अपने मुश्किल प्रशिक्षण से गुजरना यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा को पास करने के बाद उम्मीदवारो की चुनौतियाँ कम नहीं होती हैं। इसके बाद उन्हें एक नए पड़ाव को पार करना होता हैं। वह ट्रेनिंग संघ लोक सेवा आयोग की तरफ से आयोजित किया जाएगा। इसके बाद जाकर ये कही आईपीएस, आईएफएस बन पाते हैं। आज हम आपको बताएंगे कि आईपीएस ऑफिसर्स की ट्रेनिंग देश में कहां होती हैं व कितने दिनों तक चलती हैं।

IPS Training: LBSNAA में कैसे होती हैं ट्रेनिंग-

यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास करने के बाद आईपीएस की ट्रेनिंग (IPS Training) शुरूआती दौर में आईएएस अफसरों के साथ ही होती हैं। इन्हें भी LBSNAA, मसूरी में फाउंडेशन का कोर्स करना होता हैं। इसकी अवधि 3 महीने की होती हैं। इसके बाद यहाँ से IAS व IPS उम्मीदवारों की राहें अलग हो जाती हैं।

IPS Training: SVPNPA की ट्रेनिंग-

इन अभ्यार्थियों को आगे के प्रशिक्षण के लिए सरदार वल्लभभाई पटेल (SVPNPA) नेशनल पुलिस एकेडमी हैदराबाद पहुँचना होता हैं। इसके बाद इन्हें यहाँ 11 महीने की ट्रेनिंग दी जाती हैं। ग्यारह महीने का प्रशिक्षण पूरा करने के बाद उम्मीदवारों को डिस्ट्रिक्ट प्रैक्टिकल ट्रेनिंग के लिए जाना होता हैं। जोकि 6 महीने की होती हैं। इसके बाद ये अभ्यार्थी दोबारा हैदराबाद वापस लौटते हैं। जहाँ उन्हें फिर अंतिम प्रशिक्षण से गुजरना होता हैं। इसके बाद जाकर कहीं फाइनल उन्हें तैनाती दी जाती हैं। विभिन्न चरणों में होने वाली यह ट्रेनिंग उम्मीदवारों के लिए आसान नहीं होती हैं।

                                                                                                                                                                                             साभार- Apna Bharat 

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