भारत में स्कूली शिक्षा की मदद करेगा यूरोपियन यूनियन, देगा 25 मिलियन यूरो

भारत में स्कूली शिक्षा में सुधार और विकास के लिए यूरोपियन यूनियन ने 25 मिलियन यूरो देने का निर्णय किया है। यह धनराशि भारत में चल रही सर्व शिक्षा अभियान और राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान जैसी स्कीमों को मदद करने के लिए प्रदान की जाएगी।

Update:2017-06-15 16:27 IST

नई दिल्ली : भारत में स्कूली शिक्षा में सुधार और विकास के लिए यूरोपियन यूनियन ने 25 मिलियन यूरो देने का निर्णय किया है। यह धनराशि भारत में चल रही सर्व शिक्षा अभियान और राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान जैसी स्कीमों को मदद करने के लिए प्रदान की जाएगी।

बता दें कि यूरोपियन यूनियन (ईयू) ने भारत की एजुकेशनल स्कीमों को सहायता करने के लिए कुल 80 मिलियन यूरो की मदद देने का निर्णय किया था। यह 25 मिलियन यूरो की रकम इस सहायता की अंतिम किश्त है। एक आधिकारिक वक्तव्य में कहा गया है, 'यूरोपियन यूनियन ने स्कूली शिक्षा के लिए 520 मिलियन यूरो (लगभग 3,700 करोड़ रुपए) की मदद की है, जिसमें से भारत को दी जाने वाली मदद इस किश्त के साथ समाप्त हो जाएगी।'

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155 जिलों में की थी मदद

भारत में ईयू के अंबेसडर टॉमज कुजलॉस्की ने बताया कि यूरोपियन यूनियन भारत में स्कूली शिक्षा के विकास में भारत सरकार को सहयोग देने वाली पहली एजेंसी थी। 1994 में शुरू किए गए डिस्ट्रिक्ट प्राइमरी एजुकेशन प्रोग्राम के माध्यम से ईयू ने 155 जिलों में मदद की थी।

क्या कहा टॉमज ने?

टॉमज कुजलॉस्की ने कहा, 'जब प्राइमरी स्कूली शिक्षा में एडमिशन लेने वाले और पूरी करने वाले छात्रों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई तो हमने 2002 में 8वीं तक की शिक्षा के लिए चलाए जा रहे सर्वशिक्षा अभियान और 2012 में सेकेंड्री एजुकेशन के लिए राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान में सहायता करनी शुरू कर दी।'

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